सिवनी मालवा: मिलावट खोर वेयर हाउस संचालक मोदी पर किस सफेदपोश नेता का है हाथ? आखिर क्यूँ गंभीर अनियमितता के बाद भी मीरा वेयर हाउस के संचालक सचिन मोदी पर मेहरबान प्रशासन ?
के के यदुवंशी पत्रकार,
नर्मदापुरम: प्रदेश मुखिया मोहन यादव ने जब प्रदेश की कमान संभाली तो भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारी और गड़बड़ घोटाला करने वालो को सख्त लहजे में निर्देश दिए थे की। अनियमितता लापरवाही मिलावट खोरो को बक्शा नही जायेगा। लेकिन दुर्भाग्य कहे की मध्यप्रदेश के नर्मदा पुरम संभाग के सिवनी मालवा में एक वेयर हाउस संचालक द्वारा अनाज में मिट्टी मिलाकर अमानत में ख्यानात करने का मामला सामने आने के चार दिन बीत जाने के बाद भी अभी जांच ही चल रही। जबकि प्रथम दृष्टया ही इस मामले में विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज हो जाना था। लेकिन स्थानीय प्रशासन को शायद किसी बड़े नेता का दबाव है। इसी लिए इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। स्थानीय प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों की मजबूरी है या फिर ये उस पर मेहरबान पूरे शहर में चर्चा जोर शोर से चल रही है। वैसे तो
सिवनी मालवा तहसील में कई गल्ला व्यापारियों के द्वारा लगातार अनाज में मिट्टी मिलाकर प्रशासन को लाखों को चूना लगाया जा रहा है।
लेकिन बीते दिनों सिवनी मालवा में इंदौर से पैक मिट्टी से भरे बोरे लाये गए थे ।
जिसको एसडीएम के निर्देश पर ग्राम कहारिया से जब्त किया गया था। जो की जांच के नाम पर रफा दफा कर दिया गया था। वही शनिवार रात कृषि उपज मंडी के गल्ला व्यवसायी सचिन मोदी के मीरा वेयर हाउस पर कार्रवाई के दौरान लगभग 150 बोरी पैक मिट्टी एसडीएम प्रमोद सिंह गुर्जर को भी दिखाई दी। जिस पर एसडीएम के निर्देश पर पटवारियों के द्वारा पंचनामा बनाया गया था। हालाँकि वेयर हाउस की जांच करने आई टीम के द्वारा मिट्टी पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है।
आपको बता दें की सिवनी मालवा तहसील में कृषि उपज मंडी के अधिकारीयों के रहमो करम के चलते अधिकांश व्यापारी किसानो की थोड़ी से मिट्टी जो की प्राकृतिक रूप से अनाज में आ ही जाती उसे तो रिजेक्ट कर देते है वही ये व्यापारी अधिक मुनाफा कमाने के चलते उसमे मिलावट करने से नहीं चूकते है।
ये है सवाल जिनके अभी तक नहीं मिले जवाब।
1. रात के अँधेरे में क्यूँ शासकीय वेयर हाउस से चना निकाला जा रहा था ?
2. 2022-23 का स्टॉक समाप्त हो गया था तो मीरा वेयर में कैसे रखा हुआ था ?3. अनुबंधित वेयर हाउस की चाबी कैसे वेयर हाउस संचालक को दी गई ?
4. अनुबंधित वेयर हाउस में संचालक की निजी मूंग किसके आदेश से रखी गई ?
5. ग्रेडिंग की हुई मिट्टी पैक की हुई बोरियों में क्यूँ वेयर हाउस में रखी हुई थी ?
6. तीन दिन होने के बाद भी कार्रवाई का कोई निष्कर्ष क्यूँ नहीं निकला ?
7. किन अधिकारीयों की मदद से वेयर हाउस संचालक सचिन मोदी के द्वारा किया जा रहा था कार्य ?
8. क्या दोषी वेयर हाउस संचालक पर होगी एफआईआर ?
9.एक ही वेयर हाउस में पार्टीशन कर कैसे निजी और शासकीय माल रखा जा रहा था ?
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