बैतूल। बुधवार को कर्ज से परेशान होकर एक युवक ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या करने से पहले युवक ने अपने माता और पिता से मोबाइल पर बात करके कर्ज से परेशान होने की बात बताई। जब तक माता-पिता पहुंचते तब तक उसने फंदे घर झूलकर मौत को गले लगा लिया। कोतवाली पुलिस घटना की जांच कर रही है।
प्रताप वार्ड निवासी निवासी मयंक पिता मुकेश रावत (31) ने दोपहर एक बजे घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या की। उस समय घर पर वह अकेला था। उसकी माता और पिता शिक्षक है। वह घटना के समय स्कूल में थे। मृतक मयंक के पिता मुकेश रावत ने बताया मैं स्कूल जा रहा था, तब बेटे ने कहा था कि मेरे ऊपर बाहरी लोगों का दबाव है। बेटे ने कहा था कि आज मेरा अंतिम समय है, मेरी मदद कर दो। बाहरी लोगों द्वारा उसे जान से मारने की धमकी दी जा रही थी।
बेटे के ऊपर पहले 20 लोगों का कर्ज था, जिसका में 80 लाख रुपए का पेमेंट किया था। पिता ने बताया बेटे मयंक पास एक कागज मिला है, जिसमें 11 लोगों के नाम की लिस्ट मिली है। मेरे बेटे ने सूदखोरों के कारण आत्महत्या की है। वह सूदखोरों से परेशान था।
मयंक पहले बैंक में नौकरी करता था, लेकिन वर्तमान में वह बेरोजगार था । पिता ने आरोप लगाया है कि पुत्र को कुछ लोग ब्याज के पैसों के लिए बहुत ज्यादा प्रताड़ित कर जान से मारने की धमकी भी दे रहे थे। पिता ने बताया कि दोपहर को बेटे ने मोबाइल पर मेरे से बात की थी। लेकिन घर आने के पहले ही, उसने फांसी, लगाकर आत्महत्या कर ली।