उमरिया । ग्राम सरसवाही में बच्चों के नदी पार कर स्कूल जाने की खबर को कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने गंभीरता से लेते हुए गांव में ही कक्षा संचालन की व्यवस्था करने के निर्देश शाला के प्राचार्य को दिए हैं। अब शिक्षक वर्षा काल तक ग्राम पहुंचकर सामुदायिक भवन में कक्षाएं संचालित करेंगे। गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने तत्काल जिला शिक्षा अधिकारी को संबंधित ग्राम भेजकर रिपोर्ट ली गई। उन्होंने बताया कि शाला जाने के लिए वैकल्पिक सुरक्षित मार्ग उपलब्ध है, लेकिन उस मार्ग की दूरी अधिक होने के कारण बच्चे कम दूरी वाले वैकल्पिक मार्ग से स्कूल आना-जाना कर रहे थे। जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम सरसवही स्कूल के बच्चे नाले के पानी में उतर कर पार कर रहे हैं। दरअसल नाले पर कोई पुल नहीं है जिसकी वजह से बच्चों को स्कूल जाने के लिए परेशानी होती है। लगातार हुई बारिश के दौरान नाला उफान पर था तो बच्चों ने स्कूल जाना बंद कर दिया था, लेकिन नाले से पानी उतर गया है तो अब बच्चे उस नाले में उतरकर स्कूल का सफर तय कर रहे हैं।जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम सरसवही में स्कूल के बच्चे नाले के पानी में उतर कर पार कर रहे हैं। दरअसल नाले पर कोई पुल नहीं है जिसकी वजह से बच्चों को स्कूल जाने के लिए परेशानी होती है। लगातार हुई बारिश के दौरान नाला उफान पर था तो बच्चों ने स्कूल जाना बंद कर दिया था, लेकिन नाले से पानी उतर गया है तो अब बच्चे उस नाले में उतरकर स्कूल का सफर तय कर रहे हैं।बच्चे इस तरह नाला पार कर स्कूल जाते हैं बच्चे, कलेक्टर ने बारिश तक गांव में कक्षाएं संचालित करने दिए निर्देश।