ब्रेकिंग
हंडिया : मुहर्रम पर्व को लेकर शांति समिति की बैठक हुई संपन्न, सड़क दुर्घटना में घायल की जिंदगी बचाये 25000 रूपये का ईनाम पाये – अभिनव चौकसेपुलिस अधीक्षक सामाजिक पहल:11 लड़कियों से शादी करने के लिए 1900 लड़कों का आवेदन: लड़को का आवेदन के बाद इंटरव्यू सेलर... बिजली अवरूद्ध होने पर उपभोक्ता कॉल सेन्टर 1912 पर दर्ज कराएं शिकायतें विद्यार्थी समाज एवं राष्ट्र के पुनरूत्थान के लिये पढ़ाई करें - मंत्री श्री सारंग: हरदा जिले के 652 वि... हरदा: प्रभारी मंत्री विश्वास सारंग ने भाजपा जिला कार्यालय में कार्यकर्ताओ से भेंट की  कृषि विभाग के दल ने फसलों का निरीक्षण कर किसानों को दी सलाह टिमरनी के भ्रष्टाचार व अव्यवस्था की पोल न खुल जाये इसलिए भाजपा नेताओं व प्रशासन ने प्रभारी मत्री को ... डी.ए.पी. खाद/यूरिया किसानों की मांग अनुसार तत्काल उपलब्ध कराई जावे:- हरदा विधायक डॉ. दोगने समाजसेवी स्व. अशोक (सर) विश्वकर्मा की पुण्यतिथि पर अस्पताल में बांटे फल और बिस्किट, किया वृक्षारोपण

हनुमान जी के चमत्‍कारी मंदिर का गिनीज बुक ऑफ वर्ल्‍ड रिकॉर्डस में नाम दर्ज ,,अखंड रामधुन 54 साल से जारी

मकड़ाई एक्सप्रेस गुजरात | जामनगर में रणमल झील के दक्षिण पूर्व में हनुमान जी का एक चमत्‍कारी मंदिर है। इस मंदिर की स्‍थापना सन् 1540 में जामनगर की स्थापना के साथ ही हुई थी। इस मंदिर की खासियत केवल इसका अति प्राचीन होना ही नहीं है, बल्‍कि आज लोग इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्‍ड रिकॉर्डस का हिस्‍सा होने के चलते भी पहचानते हैं। मंदिर के संरक्षकों के अनुसार 1964 में श्री भिक्‍क्षु जी महाराज ने मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया था। उसके तीन साल बाद उन्‍होंने ही श्रीराम धुन के निरंतर जाप की परंपरा प्रारंभ करवाई थी। इसी कारण इस मंदिर का विश्‍व कीर्तिमान में शामिल किया गया है।

- Install Android App -

 1 अगस्त 1964 में, यानि करीब 54 साल पहले महाराज जी के कहने पर हनुमान भक्‍तों ने ‘श्री राम जय राम जय जय राम’ मंत्र का जाप 7 दिनों तक लगातार 24 घंटों तक करने का निर्णय लिया। जो बाद में एक अंतहीन परंपरा बन गई और आज तक जारी है। इस राम धुन के जाप में एक  विशेषता है कि इसे गाने वाले सामान्‍य भक्‍तजन ही हैं कोई पेशेवर गायक नहीं। अब तो इनकी बाकयदा सूची बना कर एक दिन पहले नोटिस बोर्ड पर लगा दी जाती है। विशेष परिस्‍थितियों के चलते भी कोई विघ्‍न ना पड़े इसके लिए चार चार गायकों का नाम अतिरिक्‍त गायकों की लिए रखा जाता है। इसके साथ ही मंदिर में कोई भी भक्त स्वयं अपनी मर्जी से भी राम धुन भजन सभा में शामिल हो सकता है