भोपाल। मप्र हाउसिंग बोर्ड के बागमुगालिया स्थित संभाग तीन के कार्यपालन यंत्री के बैंक खाते से अज्ञात आरोपित ने चार लाख रुपए निकाल लिए। आरोपित ने पूर्व में हाउसिंग बोर्ड से हुई लेनदेन प्रक्रिया के हुबहू दस्तावेज (पावती) तैयार कर आरटीजीएस के जरिए अपने खाते में राशि ट्रांसफर करवा ली। यह राशि दो बार में ट्रांसफर की गई। हालांकि, पुलिस ने उस खाता धारक की जानकारी जुटा ली है, जिसने रकम अपने खाते में ट्रांसफर करवाई और न्यू मार्केट स्थित एटीएम से निकाल भी ली।
अब पुलिस आरोपित को घेरने में लगी है। जल्द ही इस पूरी साजिश का खुलासा हो सकता है।
हबीबगंज पुलिस के एसआई वीपी विश्वकर्मा के अनुसार डीएन द्विवेदी मप्र हाउसिंग बोर्ड के बागमुगालिया में स्थित संभाग क्रमांक-3 में कार्यपालन यंत्री (ईई) हैं। उनके संभाग-3 का बैंक खाता ई-2 अरेरा कॉलोनी में स्थित इलाहबाद बैंक में खुला हुआ है। इस खाते से ही सभी प्रकार की वित्तीय प्रक्रिया की जाती है।
ईई द्विवेदी की ओर से एक अक्टूबर को हबीबगंज थाने में शिकायत की गई थी, कि किसी ने उनके फर्जी दस्तखत कर एक पत्र बनाया और उसको इलाहाबाद बैंक में प्रस्तुत कर 4 लाख रुपए ट्रांसफर करवा लिए। पत्र में किसी संदीप सेन का नाम है, जिसके खाते में संबंधित राशि ट्रांसफर की गई है। बैंक ने भी पत्र के आधार पर हाउसिंग बोर्ड के संभाग-3 के कार्यपालन यंत्री के खाते से संबंधित राशि आरोपित के खाते में ट्रांसफर कर दी।
आरोपित ने दो बार लगाया जाली पत्र, नहीं पकड़ पाई बैंक
आरोपित ने ईई के दस्तखत का उपयोग करके राशि हड़पने के लिए दो बार इस प्रकार के पत्र का उपयोग किया। पहली बार 5 सितंबर को 65 हजार 832 रुपए ट्रांसफर करवाए। दूसरी बार 20 सितंबर को 3 लाख 40 हजार 632 रुपए ट्रांसफर करवाए। आरोपित इतना शातिर था कि बैंक भी उसको पकड़ नहीं पाई और रकम ट्रांसफर कर दी। हालांकि, बैंक प्रबंधन अपनी गलती मानने को तैयार नहीं है।
अकाउंटेंट ने पकड़ा पूरा मामला
इसी माह जब हाउसिंग बोर्ड संभाग-3 के अकाउंटेंट पूरे माह का आकलन कर रहे थे तो, उन्हें हिसाब में गड़बड़ नजर आई। उन्होंने कई बार अकाउंट चेक किया तो 4 लाख 6 हजार 632 रुपए का हिसाब मेल नहीं खा रहा था। जबकि, खाते से यह रकम ट्रांसफर बता रही थी। इस पर उन्होंने पूरा मामला ईई डीएन द्विवेदी के संज्ञान में लाया गया।
पुलिस ने एक बार में नहीं की सुनवाई
धोखाधड़ी की यह घटना सामने आने के बाद पुलिस ने भी पहली बार में शिकायत नहीं सुनी। 25 सितंबर को पुलिस ने शिकायत को अनसुना कर मामला रफा-दफा करने की कोशिश की। लेकिन 1 अक्टूबर को एक बार फिर मामला आला अफसरों की तरफ से आया तो पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू की।
जिस खाते में राशि ट्रांसफर हुई उसका पता मंत्रालय के पास
इस धोखाधड़ी में जिस संदीप सेन नाम के आरोपित का नाम सामने आया है, उसका मंत्रालय के पास झुग्गी बस्ती वल्लभ नगर का पता मिला है। पुलिस जांच में सामने आया कि उक्त राशि एटीएम से निकाली जा चुकी है।
मामला दर्ज कर लिया है
फर्जी दस्तावेज तैयार करने के बाद बैंक से राशि ट्रांसफर कराई गई है। हबीबगंज पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है।
-डीएन द्विवेदी, कार्यपालन यंत्री हाउसिंग बोर्ड संभाग-3