ब्रेकिंग
कलेक्टर श्री जैन व एसपी श्री चौकसे ने ग्राम जोगा में तटीय क्षेत्र का किया निरीक्षण कलेक्टर श्री जैन व एसपी श्री चौकसे ने खेड़ा में वेयर हाउस का किया निरीक्षण सुदीप पटेल की फेसबुक आईडी हैक कर अज्ञात व्यक्ति ने डाली राजपूत समाज को लेकर विवादित पोस्ट, सफाई में ... वर्ष 2014 में 15 लाख की लागत से बना सुलभ शौचालय क्यों तोडना चाहती है नगर परिषद , कांग्रेस बोली ये सर... मप्र मे भारी बारीश: उज्जैन,डिंडोरी,जबलपुर, इटारसी के बाजार मे पानी भराया ! सभी नदी नाले आए उफान कई र... शर्मसार हुआ शहर गाय की बछिया के साथ की गंदी हरकत, पुलिस थाने पहुंचे नागरिक रहटगाँव पुलिस को मिली सफलता : नगर के बीचों बीच सुनार की दुकान पर हुई चोरी का एसपी ने किया खुलासा, ... मप्र अजब गजब-सरपंच सचिव का अनोखा कारनामा  अभियान नशा मुक्ति का सरकारी रुपयो से बुलाए बीड़ी के बंडल  मस्जिद में सपा सांसदों की बैठक पर सियासी बवाल सोने का भाव 1 लाख के पार

26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाता है, कैसे बना था भारतीय संविधान

- Install Android App -

मकडाई समाचार हरदा। आज का दिन के इतिहास के लिए खास है। प्रतिवर्षc। 26 नवंबर 1949 के ऐेतिहासिक दिन को संविधान सभा द्वारा भारतीय संविधान कोे अपनाया गया था।

26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था।जिसे हम गणतंत्र दिवस के रुप में मनाते है।भारतीय संविधान कई मायनों में विश्व के अन्य देशों के संविधान से अलग है लेकिन विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान होने इसे अन्य देशों से बेहद अलग बनाता है। हमारे संविधान को बनने में 2 साल से भी अधिक समय लग गया था। इस देश में हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस (Constitution Day 2022) या राष्ट्रीय कानून दिवस मनाया जाता है। यह खास दिन 1949 के ऐतिहासिक दिन को दर्शाता है जब संविधान सभा द्वारा भारतीय संविधान को अपनाया गया था। भारतीय संविधान कई मायनों में विश्व के अन्य देशों के संविधान से अलग है लेकिन विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान होने इसे अन्य देशों से बेहद अलग बनाता है। हमारे संविधान को बनने में 2 साल से भी अधिक समय लग गया था। भारत जब एक स्वतंत्र देश बना तो उसके बाद संविधान निर्माण कार्य शुरू किया गया। संविधान बनाने का कार्य 1946 में स्थापित संविधान सभा को दिया गया था जिसे डॉ बीआर अंबेडकर की अध्यक्षता वाली एक समिति को संविधान का ड्राफ्ट तैयार करने का काम सौंपा गया था। आपको जानकारी दे दें कि 1946 में स्थापित संविधान सभा के अध्यक्ष भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद थे।1948 की शुरुआत में, डॉ अम्बेडकर ने भारतीय संविधान का ड्राफ्ट पूरा किया और इसे संविधान सभा में प्रस्तुत किया। उसके बाद भारतीय संविधान के ड्राफ्ट में कुछ बदलाव किए गए और इसे पूरे देश ने अपना लिया था। भारतीय संविधान 26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ, जिसे हर साल पूरा देश गणतंत्र दिवस के रूप में मनाता है।  भारतीय संविधान 1,17,360 शब्दों के साथ दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। भारतीय संविधान लचीलेपन और कड़कता का बैलेंस है। उदाहरण के लिए अगर संविधान में नागरिकों के हित के लिए अगर कोई बदलाव जरूरी है तो उसे आसानी से प्राप्त किया जा सकता है।