7th Pay Commission : फिटमेंट फैक्टर भी बढ़ाने की बात चल रही है. अगर ऐसा हुआ तो केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी में बड़ा उछाल आएगा. 7वें वेतन आयोग के तहत फिटमेंट फैक्टर बढ़ने से केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी 8,860 रुपये बढ़ जाएगी.
7th Pay Commission
केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए अच्छी खबर है। अगले साल उनकी सैलरी में कई बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं. नए साल में महंगाई भत्ता फिर बढ़ेगा, वहीं सरकार अगले वेतन आयोग पर भी अपडेट दे सकती है. लेकिन, सबसे अच्छी खबर फिटमेंट फैक्टर पर मिल सकती है। सबसे पहले बात करते हैं महंगाई भत्ते की.
अब तक आए AICPI इंडेक्स के आंकड़ों से संकेत मिलता है कि अगली बार भी 4-5 फीसदी की बढ़त देखने को मिल सकती है. इससे हाई सैलरी ब्रैकेट वाले कर्मचारियों को 20 हजार रुपये से ज्यादा की बढ़ोतरी मिलेगी. इससे 1 करोड़ से ज्यादा कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को सीधा फायदा होगा.
महंगाई भत्ता 50 फीसदी से ज्यादा हो जाएगा
46 फीसदी महंगाई भत्ता और महंगाई राहत मिलने के बाद केंद्र की मोदी सरकार नए साल जनवरी 2024 में केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 4-5 फीसदी तक बढ़ा सकती है. AICPI इंडेक्स का सितंबर तक का डेटा जारी कर दिया गया है. अब तक महंगाई भत्ता 2.50 फीसदी बढ़ चुका है. फिलहाल डीए स्कोर 48.54 फीसदी है. अनुमान सही रहा तो महंगाई भत्ता 51 फीसदी तक पहुंच सकता है.
न्यूनतम वेतन 8000 रुपये बढ़ जाएगा
फिटमेंट फैक्टर को भी बढ़ाने की बात चल रही है. अगर ऐसा हुआ तो केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी में बड़ा उछाल आएगा. 7वें वेतन आयोग के तहत फिटमेंट फैक्टर बढ़ने से केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी 8,860 रुपये बढ़ जाएगी. फिटमेंट फैक्टर फिलहाल 2.57 है। अगर इसे बढ़ाकर 3.68 कर दिया जाए तो लेवल-1 के ग्रेड पे की न्यूनतम सीमा 26,000 रुपये तक पहुंच जाएगी. यानी सैलरी में सीधे 8000 रुपये की बढ़ोतरी होगी.
सैलरी में 49,420 रुपये की बढ़ोतरी होगी
उदाहरण के लिए, यदि लेवल-1 पर ग्रेड पे 1800 पर केंद्रीय कर्मचारी का मूल वेतन 18,000 रुपये है, तो भत्ते को छोड़कर, फिटमेंट फैक्टर के अनुसार गणना की गई सैलरी 18,000 X 2.57 = 46,260 रुपये होगी। इसे 3.68 मानें तो सैलरी 26,000X3.68= 95,680 रुपये होगी. मतलब कर्मचारियों की सैलरी में कुल 49,420 रुपये का अंतर आएगा. यह गणना न्यूनतम मूल वेतन पर की गई है. सबसे ज्यादा सैलरी वालों को बड़ा फायदा मिलेगा.
फिटमेंट फ़ैक्टर क्या है?
फिटमेंट फैक्टर सभी केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों के मूल वेतन को निर्धारित करने का फॉर्मूला है। इसे 7वें वेतन आयोग (7th CPC) की सिफारिशों पर लागू किया गया था. इससे कर्मचारियों की सैलरी अपने आप बढ़ जाती है. आखिरी बार फिटमेंट फैक्टर 2016 में बढ़ाया गया था. तब केंद्रीय कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 6 हजार रुपये से बढ़ाकर 18 हजार रुपये कर दी गई थी. 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों के मुताबिक फिटमेंट फैक्टर 2.57 है. केंद्रीय कर्मचारियों का वेतन तय करते समय भत्ते महंगाई भत्ता, यात्रा भत्ता, मकान किराया भत्ता आदि को छोड़कर, कर्मचारी के मूल घटक की गणना फिटमेंट फैक्टर को 2.57 से गुणा करके की जाती है।