मकड़ाई समाचार हरदा। केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय आजादी का अमृत महोत्सव के तहत 25 से 30 अप्रैल तक ‘किसान भागीदारी, प्राथमिकता हमारी’ अभियान का आयोजन किया जा रहा है। इसी के अंतर्गत ग्राम कोलीपुरा स्थित कृषि विज्ञान केंद्र परिसर में एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित हुई। इसमें किसानों को जैविक खेती और प्राकृतिक खेती का महत्व बताया। सभी किसानों से रासायनिक खेती को छोड़ प्राकृतिक खेती को अपनाने की अपील की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कलेक्टर ऋषि गर्ग ने कहा कि रासायनिक उर्वरक के दुष्प्रभाव से लोगों को कैंसर की बीमारी और अन्य रोग हो रहे है। खेतों में डाला गया रासायनिक उर्वरक पानी के साथ जमीन में चला जाता है और जमीन को विषैला कर देता है। बारिश के पानी के साथ बहकर यही उर्वरक नदियों और तालाबों के पानी को भी प्रदूषित कर रहा है।
कलेक्टर गर्ग ने इस अवसर पर कहा कि सभी किसानों को जैविक खेती को अपनाना होगा। उन्होंने किसानों से गाय पालने की भी अपील की, क्योंकि गोमूत्र और गोबर से खाद और कीटनाशक तैयार किए जा सकते है। जिससे खेती की लागत कम होती है और किसानों की आय अधिक होती है।
कलेक्टर गर्ग ने उन्नत और जैविक खेती करने वाले किसानों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इन किसानों में डॉ. महेंद्र मालाकार, नंदकिशोर, पुरुषोत्तम खोरे, प्रथमेश पटेल, सुभाष आंजने, जयनारायण राय, नन्हेलाल भाटी और मोहनिश बादर शामिल है।
कृषि विभाग के उप संचालक एमपीएस चंद्रावत ने बताया कि अभियान के तहत पीएम किसान योजना से लाभांवित सभी कृषकों को खेती, मछली पालन और पशुपालन आदि के लिए केसीसी प्रदाय किए जा रहे है। अभियान के अंतर्गत मंगलवार को कृषि विज्ञान केंद्र और परियोजना संचालक आत्मा ने लघु एवं सीमांत कृषकों, महिला कृषकों, एफपीओ की सहभागिता के साथ कृषि मेले का आयोजन किया गया।
मेले में कृषि से संबंधित विभिन्न योजनाओं, कार्यक्रमों, उन्नत विधाओं और तकनीकों पर आधारित प्रदर्शनी भी लगाई गई। कृषि मेले में किसानों के लिए खेती की नई तकनीक और कृषि उपकरणों का प्रदर्शन किया वहीं नए खाद, बीज और जैविक कीटनाशक के बारे में भी बताया गया।