PM Kisan Yojana Update : सुबह होते ही देश के करोड़ों किसानों के लिए खुशखबरी, 15वीं किस्त पर आई अपडेट
PM Kisan Yojana Update : इस समय मोदी सरकार की तरफ से किसानों और महिलाओं के लिए कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही हैं। केंद्र सरकार किसानों को आर्थिक रूप से मदद के लिए कई तरह की स्कीम चला रही है। इन्हीं योजना में से एक है पीएम किसान सम्मान निधि योजना, जिसका लाभ इस समय देश के करोड़ों लोग उठा रहे हैं। इस योजना के तहत के किसानों के खाते में सालाना 6 हजार रुपये भेजें जाते हैं।
PM Kisan Yojana Update
किसानों के खाते में 4 महीने के अंतराल पर 2-2 हजार रुपये की 3 किस्तें भेजी जाती है। अभी तक किसानों के खाते में 14 वीं किस्त भेजी जा चुकी हैं और सभी किसानों को बड़ी ही बेसर्बी से 15 वीं किस्त आने का इंतजार है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो किसानों के खाते में बहुत जल्द ही अगली किस्त भी भेजी जा सकती है।
हालांकि, केंद्र सरकार की तरफ से अभी तक आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी सामने नहीं आई है। सरकार ने 15वीं किस्त की रजिस्ट्रेशन प्रकिया की शुरुआत कर दी है। आप पीएम किसान योजना का लाभ उठाने के लिए आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। अगर आप पीएम किसान की अगली किस्त का लाभ उठाना चाहते हैं, तो आपको इसके लिए सबसे पहले ई-केवाईसी करवाना होगा। जिनका भी ई-केवाईसी नहीं होगा उनके नाम को लिस्ट से बाहर कर दिया जायेगा।
अगर आपने अभी तक भी केवाईसी नहीं करवाई है, तो फटाफट करा लें। वरना आप पीएम किसान की अगली किस्त से वंचित रह जायेंगे। बता दें कि किसान अपने पास के सीएससी सेंटर में जाकर ई-केवाईसी करा सकते हैं। इसके अलावा आप आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाकर ई-केवाईसी करा सकते हैं।
इस वजह से अटक सकती है अगली किस्त
आपको जानकर हैरानी होगी कि ई-केवाईसी के बाद भी आपकी किस्त अटक सकती है। यदि आपने फॉर्म भरते समय कोई गलती करते हैं, तो ऐसी परिस्थति में आपके पैसे को रोक दिया जायेगा। जैसे – जेंडर की गलती, नाम की गलती, आधार नंबर की जानकारी गलत देना या फिर बैंक खाते की डिटेल में कोई गलती होने पर आप आगामी किस्तों से वंचित रह सकते हैं। ऐसे में पीएम किसान योजना की वेबसाइट पर जाकर आवेदन स्टेटस पर गलत दी गई जानकारियों को सही कर सकते हैं। इसके अलावा जो लोग दूसरे के खेतों में काम करते हैं, मगर वो खेत के मालिक नहीं है ऐसे किसानों का पीएम मोदी द्वारा चलाई जा रही इस योजना का लाभ नहीं मिल सकता है।