ब्रेकिंग
खातेगांव में "अंजुमन बैतुलमाल न्यास" द्वारा कैरियर गाइडेंस कैंप का आयोजन, सैकड़ों विद्यार्थियों ने ल... टिमरनी: 2 पंचायत सचिवों को सूचना का अधिकार में जानकारी नहीं देना पड़ा भारी ! राज्य सूचना आयोग ने ठोक... हरदा: स्टेशन सौन्दर्यीकरण व यात्री सुविधा विस्तार के लिये हटाया गया अतिक्रमण चाकूबाजी में घायल युवक की इलाज के दौरान हुई मौत, परिजनो ने कलेक्ट्रेड कार्यालय के बाहर शव रखकर किया ... हरदा: मध्यप्रदेश प्रशासनिक इकाई पुनर्गठन आयोग ने जिले के प्रशासनिक अमले की बैठक ली नपा के द्वारा बुलडोजर की कार्यवाही गरीबों के साथ अन्याय है। हरदा विधायक डाॅ. दोगने ने की जिला प्रशा... डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी की पुण्य तिथि पर किया माल्यार्पण एवं पौधारोपण  मप्र मे मानसून का आगाज: टीकमगढ़ मे हुई भारी बारिश!  बारिश नदी नाले उफान पर निचले स्थानों पर भराया प... तांत्रिक क्रिया से मां को स्वस्थ करने और पिता भाई को मारने की धमकी देकर फिर मांगे 40 लाख! पुलिस ने 3... Aaj ka rashifal: आज दिनांक 23 जून 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे

MP Election: दलितों और मुसलमानों की सेवा के लिए तो मैं वैसे ही बदनाम हूं-दिग्विजय सिंह

सीहोर: एक तरफ शिवराज सिंह मध्यप्रदेश को स्पोर्टस हब बनाना चाहते हैं तो दूसरी तरफ प्रदेश में स्पोर्टस की हालत खराब है। हम बात कर रहे हैं नसरुल्लागंज में रहने वाली अंकिता माचवे की जिसका सपना अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलना था। लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण उसका सपना अभी तक अधूरा है। वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री भी वादा करके मुकर गए नहीं तो प्रदेश को भी एक मेरकॉम मिल जाती।

सीहोर के नसरुल्लागंज नगर से पहली बार राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में पावर लिफ्टिंग में अंकिता माचवे का चयन हुआ था, जहां अंकिता ने सिल्वर मैडल जीता और उसे अंतर्राष्ट्रीय खेलने का मौक़ा मिला। जिसके लिए अंकिता को मंगोलिया जाना था। लेकिन इसकी आवेदन फीस 1 लाख 75 हजार रुपए थी, जिसे चुका पाने में अंकिता का परिवार सक्षम नहीं था। इसके लिए उसके परिजनों ने मुख्यमंत्री से भी मुलाकात की और  शिवराज ने यह वादा पूरा करने की बात भी कही थी लेकिन वे एसा नहीं कर पाए।

- Install Android App -

नसरुल्लागंज में रहने वाली अंकिता का कहना है कि, जैसे एक छोटी सी जगह से निकलकर मेरीकॉम ने देश का नाम दुनिया भर में रोशन किया और देश को गोल्ड मैडल दिया। ऐसे ही उसका भी सपना है कि, वो भी मध्य प्रदेश और देश का नाम रोशन करे, लेकिन सरकार की सहायता मुझे नहीं मिली। इसके बाद अंकिता ने कहा कि, जब मुख्यमंत्री शिवराज यहां आये थे, तब भाषण के दौरान उन्होंने कहा था हम कुछ करेंगे, लेकिन बाद में जब उनसे मिली तो उन्होंने किसी भी सहायता से इंकार कर दिया।

वहीं बुधनी से कांग्रेस प्रत्याशी अरुण यादव ने सरकार के इस रवैये का विरोध करते हुए इस सरकार की नाकामी बताया है। यादव ने ट्वीट कर लिखा है कि, ‘जिस बुधनी की जनता ने शिवराज सिंह को इस लायक बना दिया कि वो अपने बेटे को विदेश पढ़ा रहे हैं मगर उसी बुधनी वि.स.की भांजी (अंकिता माचवे) से झूठे वादे कर उसके सपनों पर पानी फेर दिया,परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने की वजह से वो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नही खेल पाईं।’