मकड़ाई समाचार भोपाल। किसानों के लंबे संघर्ष और विरोध के बाद आखिरकार केंद्र की मोदी सरकार आगे झुक गई है। पीएम नरेंद्र मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया है।केंद्र के इस फैसले पर मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है।कमल पटेल ने पीएम मोदी को धन्यवाद दिया है। वही उन्होंने स्वीकार किया है कि बीजेपी किसानों को कृषि कानूनों को समझाने में असमर्थ रही।
कमल पटेल ने कहा कि पीएम मोदी ने आज गुरुनानक जयंती पर कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला किया है, इसके लिए मैं पीएम मोदी और केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर को धन्यवाद देता हूं। पंजाब, उत्तर प्रदेश औऱ हरियाणा के कई किसान संगठनों ने किसानों को भड़काया, जिसके चलते विरोध बढ़ता गया। पीएम मोदी के नेतृत्व में हम भी किसानों को समझाने में असमर्थ रहे, इसलिए आज पीएम मोदी ने क्षमा मांगते हुए तीनों कानूनों का वापस लेने का फैसला लिया है, हालांकि भारत सरकार ने किसानों के हित में हमेशा बड़े फैसले लिए है और मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने भी हमेशा योजनाओं का लाभ दिया गया है। मोदी सरकार ने किसानों के हित में यह फैसला लिया है।
कमल पटेल के इस बयान पर कांग्रेस मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट कर लिखा है कि ये बोल है मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री जी के…रस्सी जल गयी लेकिन बल नही गया। अब कह रहे है कि पंजाब- हरियाणा- यूपी और कुछ किसान संगठन किसानो को भड़का रहे थे, हम उन्हें समझा नही पाये इसलिये मोदी जी ने उनसे माफ़ी माँगी और यह क़ानून वापस ले लिये, अभी भी सच स्वीकार नही रहे है।
बता दे कि आज देश के नाम संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि आज मैं आपको, पूरे देश को ये बताने आया हूं कि हमने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का निर्णय लिया है।इस महीने के अंत में शुरू होने जा रहे संसद सत्र में, हम इन तीनों कृषि कानूनों को Repeal करने की संवैधानिक प्रक्रिया को पूरा कर देंगे।