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आखिर क्यों झुंझलाए हरदा एसपी महोदय? एसपी और व्यापारी संघ अध्यक्ष के ऑडियो से उठे सवाल ! चोरी की नीयत से मंदिर में घुसे चोरों ने दानपेटी को छुआ नहीं, मूर्तियां खंडित की !  मामले को छुपाने को लेकर जिम्मेदारों की क्या मंशा थी ? 

हरदा जिले के सिराली थाना क्षेत्र के गोमगांव मंदिर में तोड़फोड़ के  मामले में 13 मई को एक व्यक्ति की शिकायत पर 17 मई को गिरफ्तार 2 मुस्लिम युवकों को पुलिस ने आनन फानन में जेल भेज दिया। जब सिराली व्यापारी संघ के अध्यक्ष और एसपी की बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ तब सबको पता चला कि माजरा क्या है। आखिर क्या बात है कि व्यापारी संघ अध्यक्ष के सवाल पर एसपी भड़कते हुए जवाब देते सुने गए। 

मिली जानकारी में 13 तारीख की घटना को लेकर आज सिराली बंद है। 

 

◆ सवाल जनमन के – 

17 तारीख को लिखा गया प्रेस नोट 19 को बांटा गया –

पकड़े गए दोनों बदमाश

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इस मामले में पुलिस कार्रवाई पूरी तरह पारदर्शी नहीं रही। 17 को 2 मुस्लिम युवकों को पहले गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।  हरदा एसपी और व्यापारी संघ अध्यक्ष सिराली का ऑडियो वायरल होने के बाद 19 मई को  पुलिस द्वारा प्रेस नोट जारी किया गया।

 

ऑडियो में एसपी मीडिया को इस मामले की जानकारी होना बता रहे थे। यदि मीडिया को जानकारी दी गयी थी तो 19 तारीख को प्रेस नोट बांटने की आवश्यकता क्यों पड़ती ?  ऑडियो में एसपी के अनुसार मीडिया को मामले की जानकारी थी। जनसमूह में चर्चा है कि  ये कौनसी मीडिया थी जिसे मामले की जानकारी होते हुए भी उन्होंने खबर नहीं चलाई ?

 

मुख्य समाचार पत्र में 20 मई को ये खबर प्रकाशित हुई। प्रेस नोट के अनुसार पकड़ाए दोनों युवकों ने खुद को शराब व गांजे के नशे में होना बताया। क्या ये इन युवकों का पहला अपराध है? क्या ये शराब व गांजे का आदतन सेवन करते हैं ? या सिर्फ 13 तारीख को ही इन्होंने नशा किया था ?  चोरी की नीयत से मंदिर में घुसकर दानपेटी को हाथ न लगाकर इन्होंने आखिर किस बात के गुस्से में मंदिर में तोड़फोड़ की? जिससे मूर्तियां खंडित हुईं।  इस मामले में व्यापारी संघ अध्यक्ष ने हरदा एसपी से बात की । यह ऑडियो  मीडिया में वायरल हुआ। आखिर क्यों सिराली पुलिस इस खबर को रोकने की कोशिश करती रही।

 

ऐसे मामलों को गुपचुप निपटाने के बजाय यदि पुलिस आरोपियों का सार्वजनिक जुलूस निकालती तो पुलिस कार्रवाई का कुछ ख़ौफ़ जमता।  हकीकत देखिए 18 तारीख को हरदा कोतवाली थाना के पास एक भोजनालय में 4 बदमाशों ने हफ्ता वसूली की बात कहके पुलिस पर चाकू लहराए।

 

ये खबर इस बात को साबित करती है कि पुलिस व्यवस्था सिर्फ श्रेय लेने वाले मामलों मीडिया का जमघट लगाकर  अन्य अपराध रोकने को मीडिया से छुपाने को लेकर कितनी सजग है।

 

रविवार को मध्य हरदा में पार्क व्यू होटल में खाने का बिल न देने और हफ्ता वसूली की बात को लेकर लाइन मोहल्ला सम्बंधित चार युवकों और विभिन्न जगह रहने वाली महिलाओं को अरेस्ट किया गया। मिली जानकारी में इन लोगों ने पुलिस पर चाकू से हमला किया। वहीं एसपी बंगले के सामने तलवारें डंडे निकाल लहराए।