ब्रेकिंग
भारत में पाकिस्तान पर एक्शन की तैयारी..? 24 घंटे में NSA अजीत डोभाल ने पीएम मोदी से दूसरी मुलाकात MP Board Result 2025: 10वीं और 12वीं का रिजल्ट आज सुबह 10 बजे, ऐसे करें डायरेक्ट चेक बिना किसी दिक्क...  25 मई से 3 जून तक तपेगा नौतपा: नौतपा के प्रारम्भ में तेज गर्मी हवा आँधी और बारिश होगी !  नीट एग्जाम में फर्जीवाड़े का हुआ खुलासा 5 को किया गिरफ्तार,NEET में डमी कैंडिडेट के बदले वसूलते मोटी... Aaj ka rashifal: आज दिनांक 6 मई 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे सिवनी मालवा: शहर में नल जल योजना की धीमी रफ्तार नागरिक हो रहे हैं परेशान, हरदा: जंगल में आग लगाने के मामले में एक आरोपी को जेल भेजा हरदा: ट्यूबवेल के अवैध उत्खनन पर प्रभावी ढंग से रोक लगाएं कलेक्टर श्री जैन ने राजस्व अधिकारियों की ... हरदा: पेयजल योजना में लापरवाही बरतने वाली 3 एजेंसियों पर 1.12 लाख रुपए का अर्थदंड लगाया हंडिया: गांव गांव बिक रही अवैध शराब के विरोध में जनपद सदस्य, सरपंच उतरे मैदान में कलेक्टर से की मांग...

नहर विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण : 2200 क्यूसेक पानी के बजाय मात्र 1750 क्यूसेक पानी उपलब्ध कराया जा रहा जिसके कारण किसान परेशान और आए दिन हो रहे विवाद: हेमंत टाले है।

हरदा – हरदा जिले में नहर के पानी की अपर्याप्त आपूर्ति के कारण किसानों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिले को निर्धारित 2200 क्यूसेक पानी के बजाय मात्र 1750 क्यूसेक पानी ही उपलब्ध कराया जा रहा है। इस कमी के चलते अभी तक पलेवा (पहली सिंचाई) भी संभव नहीं हो सका है, जिससे किसानों में आपसी विवाद की स्थिति उत्पन्न हो रही है। तवा डेम में पर्याप्त पानी उपलब्ध होने के बावजूद सिंचाई विभाग का यह रवैया समझ से परे है। कही न कही नहर विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा किसान को भुगताना पड़ रहा है।

- Install Android App -

इसी संदर्भ में दिनांक 08 अप्रैल 2025 को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हेमंत टाले और केदार सिरोही ने किसानों के साथ मिलकर सिंचाई विभाग के अधिकारियों से चर्चा करने का प्रयास किया। लेकिन विभाग में कोई जिम्मेदार अधिकारी मौजूद नहीं मिला। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए कांग्रेस नेताओं ने उच्च अधिकारियों को ईमेल के माध्यम से इस समस्या से अवगत कराया और तत्काल निराकरण की मांग की है।
किसानों का कहना है कि पानी की कमी से उनकी फसलों को नुकसान हो रहा है और उनकी आजीविका संकट में है। कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो वे किसानों के हित में आगे कदम उठाने से पीछे नहीं हटेंगे।