हरदा : वर्ष 2024-25 में भारत सरकार की प्राइस सपोर्ट स्कीम के अंतर्गत ई-उपार्जन पोर्टल पर ग्रीष्मकालीन फसल मूंग एवं उडद के पंजीयन की अंतिम तिथि बढ़ाकर 10 जून कर दी गई है। उल्लेखनीय है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उपार्जन के लिए प्रदेश में गत 20 मई से पंजीयन प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। पंजीयन की अंतिम तिथि पूर्व में 5 जून थी, जिसे बढ़ाकर अब 10 जून कर दिया गया है।
ग्रीष्मकालीन मूंग पंजीयन के लिये 49 केन्द्र बनाये गये
उपसंचालक कृषि श्री संजय यादव ने बताया कि जिले में ग्रीष्मकालीन मूंग पंजीयन के लिये 49 पंजीयन केन्द्र स्थापित किये गये है। इनमें हरदा तहसील के अंतर्गत सेवा सहकारी समिति रूपीपरेटिया, भुवनखेड़ी, गहाल, मसनगांव, पलासनेर, अबगांवखुर्द, बालागांव, मोहनपुर एवं विपणन सेवा सहकारी समिति हरदा शामिल है। इसी प्रकार हंडिया तहसील के अंतर्गत नीमगांव, पीपलघटा, सोनतलाई, अबगांवकला, धनगांव, हंडिया, खेड़ा, मांगरूल तथा नांदरा, खिरकिया तहसील के अंतर्गत छीपावड, मांदला, मोरगढी, चारूवा, खमलाय, धनवाडा, टेमलाबाडी, बांरगा व मुहाल पंजीयन केन्द्र शामिल है। इसके अलावा मूंग पंजीयन के लिये सिराली तहसील के बैडियाकला, सिराली, पीपल्या मकडाई, रहटाकलां, दीपगांवकला, सोमगांवकला व जूनापानी, टिमरनी तहसील के पोखरनी, छिदगांवमेल, करताना, बाजनियां, गोदागांवकला, रून्दलाय, तजपुरा व गोदागांवखुर्द तथा रहटगांव तहसील के रहटगांव, टेमागांव, आलमपुर, रवांग, राजाबरारी व सोडलपुर को भी पंजीयन केन्द्र बनाया गया है।
पंजीयन के लिये आवश्यक दस्तावेज लेकर ही केन्द्र पर जाएं –
उपसंचालक कृषि श्री यादव ने किसानों से अपील की है कि ग्रीष्मकालीन मूंग फसल के पंजीयन के लिये पंजीयन केन्द्र पर आवश्यक दस्तावेज ऋण पुस्तिका, आधार कार्ड, समग्र आई.डी., बैंक पास बुक, ओ.टी.पी. के लिये मोबाइल के साथ उपस्थित होकर, समयावधि में अपना पंजीयन करा लेवें। यदि किसान भाई द्वारा खोट अथवा सिकमी पर कृषि भूमि ली गई है तो 500 रूपये के स्टाम्प पर खोटनामा लेकर उपस्थित होवें।