ब्रेकिंग
Aaj ka rashifal: आज दिनांक 19 मार्च 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे रंग पंचमी: आगामी त्यौहारों को देखते हुए पुलिस ने निकाला फ्लैग मार्च ,किया संवेदनशील क्षेत्रों का निर... हरदा: शहीद भगत सिंह के बलिदान दिवस के उपलक्ष्य में विशाल बैलगाड़ी दौड़ प्रतियोगिता 23 मार्च को , प्र... जनगण को भिखारी शब्द के साथ संबोधित करने का अधिकार पंचायत मंत्री प्रहलाद पटेल को किसने दिया: प्रहलाद ... PM Awas Yojana Online Registration: पीएम आवास योजना में नए आवेदन हुए शुरू, अब घर का सपना होगा सच, ऐस... हरदा सोसायटी फार प्रायवेट स्कूल डायरेक्टर्स ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचकर आयुक्त शिक्षा वि... Harda: वरिष्ठ नागरिक पेंशनर्स एसोसिएशन के द्वारा पेंशनर्स की विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के न... MP BIG NEWS: मुख्यमंत्री मोहन राज की सरकार में कानून व्यवस्था के हाल बेहाल, रक्षक खुद ही असुरक्षित, ... मप्र के मौसम मे 19 मार्च से होगा बदलाव  प्रदेश के एक दर्जन से अधिक जिलों मे हो सकती है बारिश!  हरदा कलेक्टर श्री सिंह ने जनसुनवाई में नागरिकों की समस्याएं सुनी

Harda News: बाढ़ प्रभावित शालाओं व आंगनवाड़ियों में बच्चों की सुविधा के लिये पूर्व तैयारी रखें


हरदा :
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री रोहित सिसोनिया ने वर्षा ऋतु में बाढ़ से प्रभावित होने वाली शालाओं व आंगनवाड़ियों में बच्चों की सुविधा के लिये पूर्व तैयारी रखने के निर्देश अधिकारियों को दिये है। सीईओ श्री सिसोनिया ने जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला शिक्षा अधिकारी व जिला परियोजना समन्वयक जिला शिक्षा केन्द्र हरदा को निर्देशित किया है कि शालाओं व आंगनवाड़ी केन्द्र में उपस्थित होने वाले बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पूर्व तैयारी सुनिश्चित करें।
सीईओ श्री सिसोनिया ने निर्देशित किया है कि जिन ग्रामों में बच्चों को ऐसे रपटे व पुलिया पार कर शाला भवन व आंगनवाड़ी केन्द्र पहुँचना होता है, जिनमें वर्षा होने पर रपटे अथवा पुलिया के उपर पानी आ जाता है, ऐसे रपटे व पुलिया पर पानी होने की दशा में बच्चों को शाला व आंगनवाड़ी भवन केन्द्र न भेजा जाए। उन्होने निर्देशित किया है कि ऐसे रपटां की निगरानी शाला व आंगनवाड़़ी केन्द्र के द्वारा स्वयं की जाए ताकि पानी बढ़ने का पूर्व अंदेशा होने पर बच्चो को उनके घर भेजा जा सके। उन्होने निर्देशित किया है कि नदी नाले के आसपास निर्मित शाला भवन व आंगनवाड़ी केन्द्रों को खोलते समय सबसे पहले भवनों के प्रभारी द्वारा कक्षों की जांच कर ली जाए कि कोई विषैले जीव जन्तु अंदर मौजूद तो नहीं है ताकि होने वाली अप्रिय घटनाओं से बचा जा सके।