ब्रेकिंग
हंडिया : भारतीय किसान संघ तहसील हंडिया की ग्राम ईकाईयों द्वारा मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को सौंपा ... हंडिया : हर हर गंगे के उद्घोष के साथ मां नर्मदा में हजारों श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी !  विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर कलेक्टर श्री जैन एसपी श्री चौकसे ने किया पौधारोपण। जल एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरोपण अवश्य करें विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर केंद्रीय मंत्री श्र... एक पेड़ माँ के नाम से पौधा लगकर विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया!  भाजपा युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष विजय जेवल्या ने मूंग खरीदी के लिए केंद्रीय मंत्री को दिया आवदेन पत्र,... हरदा: स्वस्थ्य रहने के लिए खेल को जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाइये: एसपी अभिनव चौकसे  बालागाँव की हरियाली 99% से घटकर 9% रह गई, इसलिए आसमान से आग बरस रही है : मदन गौर पत्रकार हरदा विधायक डॉ. दोगने द्वारा केन्द्रीय राज्य मंत्री को पत्र सौप कर की गई हरदा रेल्वे स्टेशन पर बड़ी ट... कुख्यात डकैत पान सिंह तोमर की पौती ने बिजली अधिकारी को मारे थप्पड़ और घूंसे

Harda sirali: तिलभांडेश्वर मंदिर सिराली में हो रही अमृत रस वर्षा।

Sirali: सिराली नगर के ऐतिहासिक प्रसिद्ध तिलभांडेश्वर महादेव मंदिर में पुण्य पावन श्रावण माह में पंडित दिनेश दाधीच के मुखारविंद से कथा अमृत रस वर्षा के साथ विधि विधान से कथा एवम् मंत्रोचार के साथ पार्थिव शिवलिंग का अभिषेक किया जा रहा है। पार्थिव शिवलिंग के अभिषेक एवम् कथा का यह लगातार चौथा वर्ष है । जिसमें नगर की सैकड़ो बहने प्रतिदिन हिस्सा लेकर पार्थिव शिवलिंग बनाती है उनका अभिषेक पूजन कर उनका श्रृंगार कर भोग लगाकर आरती की जाती है ।

तत् पश्चात विषर्जन किया जाता है।पंडित ज्योतिषाचार्य दिनेश दाधीच द्वारा पूर्ण विधि विधान के साथ पार्थिव शिवलिंग का पूजन अर्चन एवं अभिषेक करवाया जा रहा है। मिट्टी से पार्थिव शिवलिंग बनाने की प्रक्रिया के दौरान शिव महापुराण एवम् आध्यात्मिक प्रवचन की अमृत रस वर्षा पंडित दिनेश जी के मुखारविंद से होती है।

- Install Android App -

कार्यक्रम के समापन दिवस शुक्रवार(02/08/2024) दोपहर 2.00 बजे से मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव पार्वती विवाह के साथ छप्पन भोग अर्पण किया जावेगा।

इस पावन पुण्य आयोजन में नगर की सैकड़ो महिलाए पुण्य लाभ प्राप्त कर रही है । इस धार्मिक आयोजन में नगर के सम्मानिय भक्तो के द्वारा मिट्टी एकत्रित करना उसे छान कर शिवलिंग बनाने योग्य बनाना एवं शिवलिंग के अभिषेक पूजन आरती के पश्चात उन्हें नदी में ले जाकर विसर्जन करने में महत्वपूर्ण सहयोग दिया जा रहा है।इस आयोजन में समस्त नगरवासी मातृशक्ति का विशेष योगदान मिल रहा है।