मकड़ाई एक्सप्रेस 24 भोपाल| मप्र मेे विगत दो दिन की बारिश से नदी नाले तालाब सब लबालब हो गए है।वही रहवासी क्षेत्रो में पानी भरा रहा है। शहर में नालियों का पानी भी सड़को पर आ रहा है जो कि नगरपालिका की सफाई की पोल खोल रहा हैं। नालियों का कचरा भी सड़कों पर आ रहा हैं जो काम नपा को करना चाहिए था वह इस बारिश ने कर दिया हैं। वहीं कुछ स्थानों पर नालियांे का गंदा पानी लोगो के घरों में घुस गया है।प्रदेश के सभी मुख्य शहरों का यही हाल है। प्रदेश के तमाम शहरो मंे छोटी छोटी निचली बस्तियो में नदी नालो का पानी रहवासी क्षेत्रो में भराता ही है।
प्रदेश के सभी डेम भी लबालब छोड़ा जा रहा है पानी
मध्य प्रदेश में झमाझम बारिश के कारण डैमों में लबालब पानी भर गया है। प्रदेश के 10 डैमों का जल स्तर भी बढ़ गया है। जिसके बाद उनके गेट खोल दिए गए हैं। इनमें जबलपुर का बरगी डैम, नर्मदापुरम का तवा डैम, ओंकारेश्वर का इंदिरा सागर, यशवंत सागर, सतपुड़ा, माचागोरा, पारसडोह, गंभीर और शिप्रा बांध के गेट खोले गए हैं। अब इन बांधो के गेट खुलने से इनसे लगी निचली बस्तियों या गांवो में पानी भराने की स्थितियां बन रही हैं। जो लोगो के लिए ज्यादा खतरनाक हो रहा है।जिला प्रशासन ने अधिकारियों को मुस्तैद किया है।
बांध के गेट खोले, निचले इलाकों में अलर्ट जारी
नर्मदापुरम संभाग के बैतूल जिले में कलापानी कहे जाने वाले भीमपुर में तो जैसे बादल फट गए पिछले 24 घंटे में यहां इतना तेज पानी गिरा के आंकड़े 17.51 इंच तक पहुंच गया है, बारिश से नदी उफान पर आ गए।वही निमाडद्य खंडवा के ओंकारेश्वर बांध के सभी 23 गेट 6 मीटर तक खोले गए 8 टरबाइन से और गेट 30 हजार क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है। इधर रतलाम में भारी बारिश की वजह से सड़कें तालाब में तब्दील हो गई हैं। जगह.जगह जल भराव से लोगों को भारी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। उज्जैन में शिप्रा उफान पर है।रामघाट के कई मंदिर डूब गए हैंण् छोटे पुल के ऊपर से पानी बह रहा है।गंभीर बांध के पांच गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है।. इंदौर के यशवंत सागर डैम के चार गेट खोलने से निचली बस्तियों में जल भराव हो गया है। साथ ही इससे शहर के सभी तालाब पूरी क्षमता तक भर गए हैं।खंडवा के इंदिरा सागर बांध के सभी 20 गेट खोले गए हैं।इन गेटों की मदद से पानी छोड़ा जा रहा है।निचले इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। नर्मदा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।सेठानी घाट पर नर्मदा का जल स्तर खतरे के निशान के आस पास पहुंच गया है।