अब भारत में 1200 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली सुपरफास्ट ट्रेन दौड़ेगी- स्वदेशी तकनीक हाइपरलूप से आएगी नई क्रांति
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 चेन्नई।भारत जल्द ही हाइपरलूप तकनीक पर दुनिया को चौंकने वाला है।इस तकनीक पर आईआईटी मद्रास में विशेष शोध और परीक्षण किए जा रहे है।जिसके सकारत्मक परिणाम आए हैं।आईआईटी मद्रास में हाइपरलूप तकनीक के परीक्षण का निरीक्षण करने के बाद ।ये बातें केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहीं।
410 मीटर लंबी हाइपरलूप दुनिया की सबसे लंबी ट्यूब
एक्स हैंडल पर पोस्ट में मंत्री ने कहा, “एशिया की सबसे लंबी हाइपरलूप ट्यूब (410 मीटर)… जल्द ही दुनिया की सबसे लंबी होगी.” मीडिया से बात करते हुए वैष्णव ने कहा कि हाइपरलूप परिवहन के लिए संपूर्ण परीक्षण प्रणाली स्वदेशी तकनीकों का उपयोग करके विकसित की गई है. मंत्री ने इस सफल परीक्षण के लिए आईआईटी चेन्नई की युवा इनोवेटर्स टीम और आविष्कार संस्था को बधाई दी।
हाइपरलूप क्या होता है
यह एक हाई-स्पीड ट्रेन है, जो एक ट्यूब में वैक्यूम में चलती है. जिससे यह 1,200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार तक पहुंच सकती है। केंद्रीय मंत्री ने आईआईटी मद्रास डिस्कवरी कैंपस में हाइपरलूप परीक्षण का निरीक्षण किया और इसका लाइव प्रदर्शन देखा। मंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि भारत जल्द ही हाइपरलूप परिवहन के लिए तैयार हो जाएगा, क्योंकि हाइपर लूप परिवहन तकनीक, जो अभी विकास के चरण में है.
तकनीकी सहायता प्रदान की गई।
रेल मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि हाइपर लूप परियोजना के लिए रेल मंत्रालय को वित्तीय निधि और तकनीकी सहायता प्रदान की गई है। अब इस हाइपर लूप परियोजना के लिए सभी इलेक्ट्रॉनिक्स प्रौद्योगिकी का विकास आईसीएफ चेन्नई में किया जाएगा।
हाई स्पीड ट्रेन के लिए आईसी एफ का धन्यवाद
वैष्णव ने कहा कि आईसी एफ कारखाने के उच्च कुशल विशेषज्ञों ने वंदे भारत हाई-स्पीड ट्रेनों के लिए बड़ी इलेक्ट्रॉनिक्स प्रणालियों को सफलतापूर्वक विकसित किया है। हाइ परलूप परियोजना के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स प्रौद्योगिकी भी आई सीएफ में विकसित की जाएगी।