हंडिया।श्री मंगल धाम आश्रम पर प्रशांत भैरव जयंती के अवसर पर भगवान प्रशांत भैरव का आकर्षक श्रंगार किया गया। तथा 11 विद्वान पंडितों द्वारा 24 घंटे का रुद्राभिषेक किया गया।वही बंदी छोड़ पर्वत की पहाड़ी पर स्थित भैरवनाथ के मंदिर एवं ठाकुर मोहल्ले में स्थित काल भैरव के मंदिर पर पूजा अर्चना का दौर दिन भर जारी रहा तत्पश्चात दोपहर 12:00 बजे संत श्री रामस्वरूप शास्त्री एवं पंडित पंकज सिटोके व उनके अनुयायियों द्वारा भगवान प्रशांत काल भैरव को छप्पन भोग लगाया गया एवं महा आरती के आयोजन के पश्चात भंडारे का आयोजन किया गया।
इस दौरान अपने प्रवचन में संत शास्त्री जी ने कहा कि मनुष्य को पूर्व जन्मों के कर्म का फल अनिवार्य रूप से भोगना पड़ता है।जो मनुष्य भगवान की भक्ति में लगा रहता है।उसके पूर्व जन्म के पाप कटते जाते हैं एवं उसे अधिक कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ता।इस दौरान संख्या में श्रद्धालुओं ने शामिल होकर आरती एवं प्रसाद ग्रहण किया।