क्या स्त्रियां भी कर सकती हैं पिंडदान आइए जानते हैं पंडित अतुल शास्त्री से
पुत्राभावे वधु कूर्यात, भार्याभावे च सोदन: शिष्यों वा ब्राह्म्ण: सपिण्डो वा समाचरेत ।। ज्येष्ठस्य वा कनिष्ठस्य भ्रातृ: पुत्रश्च: पौत्रके। श्राध्यामात्रदिकम कार्य पुत्रहीनेत खग: ||
पुत्र की अनुपस्थिति में कौन कर सकता है श्राद्ध…