हरदा: आदर्श यदुवंशी समाज के 47 जोड़ों का विवाह संपन्न हुआ, कार्यकम में बची हुई एक ट्राली पूरी खेत में गड्ढे में फेंकी, सोशल मीडिया पर वीडियो हुआ वायरल! कार्यक्रम पर उठे सवाल
हरदा / जिले के टिमरनी विकासखंड के नयागांव में आदर्श यदुवंशी समाज द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन बीते बुधवार को अक्षय तृतीया के अवसर पर कुल 47 जोड़ों का विवाह संपन्न हुआ था।
प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से इस कार्यक्रम में संबोधित करते हुए सभी नवदंपतियों को सफल वैवाहिक जीवन के लिए शुभकामनाएं और बधाई भी दी थी।
गांव के व्यक्ति ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर कर लगाएं आरोप,,
कार्यक्रम के बाद एक ट्राली पूरी समारोह स्थल के पास ही गड्ढे में फेक दी गई । रविवार को गांव के ही एक राजेश नामक व्यक्ति ने उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर कर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि समिति ने वर बधू पक्ष से भी 20 हजार रुपए इकट्ठे किए। सरकारी कार्यकम में चोरी की बिजली का आरोप भी लगा है।
वही इस कार्यक्रम में अन्य समाज के लोगों को सूचना क्यों नहीं दी गई।
उन्होंने कहा कि अन्न का अपमान किया गया। इतनी पूरी गौशाला में गाय को क्यों नहीं दी गई। वीडियो के माध्यम से जिला प्रशासन से कार्यवाही की मांग की है।
उक्त कार्यकम में भाजपा अध्यक्ष राजेश वर्मा, कलेक्टर सिद्धार्थ जैन, जिला पंचायत की सीईओ श्रीमती सविता झानिया, एसडीएम टिमरनी महेश बडोले सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि और अधिकारीगण भी मौजूद थे।
◆ क्या कहा यदुवंशी समाज के अध्यक्ष ने –
इस संबंध में यदुवंशी समाज के अध्यक्ष और ग्राम पंचायत नया गांव के सरपंच महेंद्र सिंह यदुवंशी से उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि यदुवंशी समाज का सम्मेलन पूर्व से प्रायोजित था। जिसमें हरदा सहित आसपास के चार पांच जिले की हमारी बहनों बेटियों का विवाह होना था। उक्त कार्यक्रम का खर्च लगभग 25 से 30 लाख आ रहा था। जो कि बहुत ज्यादा था। ऐसी स्थिति में समाज के लोगों के प्रयास से मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में रूपांतरण कर दिया गया।
ताकि गरीब बेटियों को कन्यादान और शासन की योजना का लाभ मिल सके।समाज के जिन वर बधू से समिति ने 20 हजार रुपए लिए थे। वो राशि जिनकी रसीद आ गई उनको लौटा दी है। जिन लोगों की रसीद नहीं आई उनको दे दी जायेगी
अन्य समाज के लोगों के आवेदन पंचायत में नहीं आए। आते तो उनको भी इस विवाह इस सम्मलेन में शामिल करते।
सोशल मीडिया पर लगाये गए आरोप झूठे है – ये सच है कि कार्यक्रम में पूरी बच गयी थी। बची हुई पूरी खेत के गड्ढे में मवेशियों के खाने के लिए डलवाई गयी थी।