जलोदा की तोप से: जलोदा में हज़ारो की संख्या में पंचकोशीं यात्रियों ने रात्रि विश्राम किया, पूज्य संत की समाधि स्थल के दर्शन किए, श्रद्धालु बोले जलोदा में बनाया जाए पक्का घाट
टिमरनी ~ हरदा जिले के ग्राम जलोदा में 1987 से सतत् , 39 वर्ष से प्रतिवर्ष चली आ रही पंचकोशीं यात्रा जलोदा पहुँची , शासन प्रशासन पूरी तरह से कार्य करते रहे कोई व्यवस्था में कमी नहीं रही सभी यात्रियों को सुरक्षित तरीक़े से उस पार से इस पर जलोदा तट पर माँ नर्मदा पार कराई गई घाट पर पुलिस बल तेनात रहा एसडीआरएफ़ की टीम एवं टिमरनी से आए सफ़ाई कर्मी द्वारा पूर्ण सफ़ाई की गई
यात्रा के एक दिन पहले रविवार को हरदा कलेक्टर आदित्य सिंह के द्वारा जलोदा घाट का निरीक्षण किया साथ ही तहसीलदार एसडीओपी अन्य सभी पूरे समय तैनात रहे ।जगह जगह कंट्रोल रूम बनाए गए जिससे गुम हूए बच्चे यात्रियों के साथीगण आसानी से मिल सके । संत श्री १००८ रतिराम बाबा की समाधि के किनारे पास के श्री नर्मदा मातेश्वरी ट्रस्ट द्वारा यात्रियों को भोजन कराया गया एवं पैकेट बाँटे गये और चाय – पानी की व्यवस्था की गई एवं भजन मंडलियों से भजनों की प्रस्तुति दी गई यात्रियों ने नाचते गाते यात्रा जारी रखी यात्रियों ने समाधि एवं मंदिरों पर जल चढ़ाकर आगे की ओर अपनी यात्रा शुरू की
< ‘’यात्रियों का कहना’’>
मध्यप्रदेश सरकार और शासन से सभी यात्रियों एवं ग्रामीण जनता की अपील है कि हर साल इस घाट के किनारों की मिट्टी खोदकर, जो घाट को बराबर किया जाता यह सही नहीं है इससे मंदिर एवं समाधि की मिट्टी कम हुई जा रही कृपया जलोदा में घाट , पेड़ीघाट, पिंचिंग दीवार जिससे प्राचीन धरोहर को सुरक्षित रखा जा सके