4,000 यात्रियो को सुरक्षित कैंप मे पहुंचाया सकाड़ौ अभी फंसे, मौत के मुंह फंसे लोगो को निकाल रहा सेना का राहत दल –
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 उत्तराखंड : मौसम ने रौद्र रूप धार लिया है, बुधवार को भारी बारिश और बादल फटने से प्रदेश के नदी नाले उफान पर आ गये है।जगह जगह भूस्खलन हो रहा है। केदारनाथ पैदल मार्ग पर बुधवार रात बादल फटने और भारी बारिश से हुए भूस्खलन में 16 लोगों के लापता होने की सूचना है। एक हजार यात्री अब भी केदारनाथ धाम में फंसे हुए हैं।
गृह मंंत्री अमित शाह ने मदद का दिया आश्वासन –
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर आई आपदा के विषय में जानकारी ली। इस दौरान उन्हें प्रभावित क्षेत्रों में युद्ध स्तर पर चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने प्रदेशवासियों व श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
हजारो लोगो को पहुंचाया सुरक्षित –
विभिन्न पड़ावों पर फंसे 4,000 से अधिक तीर्थयात्रियों को एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व पुलिस ने निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। इनमें से 700 का हेलीकॉप्टर रेस्क्यू किया गया। बाकी फंसे यात्रियों को रेस्क्यू किया जा रहा है। राज्य में केवल गौरीकुंड और केदारनाथ के बीच का रास्ता अवरुद्ध है। कल हम 2300 लोगों को गौरीकुंड से सोनप्रयाग लाए और 700 लोगों को भिम्बोली और लिनचोली से गुप्तकाशी लाया गया। केदारनाथ में 1000 लोग सुरक्षित हैं। हैं।
राज्य मे विभिन्न हादसों मे 11 लोगो की हुई मौत –
पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग डा विशाखा भदाणे ने बताया कि उनकी खोजबीन जारी है। वहीं पिछले 24 घंटे में राज्यभर में बारिश से हुए हादसों में 11 लोगों की मौत हुई है। श्री केदारनाथ यात्रा मार्ग पर फंसे यात्रियों को रेस्क्यू करने के लिए एसडीआरएफ उत्तराखण्ड के जवानों ने देर रात्रि तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाते हुए मुनकटिया क्षेत्र से 450 यात्रियों को सकुशल सोनप्रयाग पहुंचाया। आज भी रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी रहेगा।
रेस्क्यू के लिए राहत टीम कर रही ड्रोन का उपयोग –
लोगो को सहायता देने के लिये राहत टीम द्वारा ड्रोन का उपयोग किया जाना है।सोन प्रयाग गौरीकुंड पहाड़ी मार्ग में अचानक मालवा और बोल्डर गिरने से, रेस्क्यू हेतु उपयोग किए जा रहे 02 किलोमीटर लंबे वैकल्पिक मार्ग को क्षति पहुंची है। इस विषम परिस्थिति में मौके पर पहुंचे एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिवादन बल) के कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने ड्रोन के माध्यम से आगे की कार्य योजना तैयार की। शुक्रवार और शनिवार को राहत कार्य युध्द स्तर पर जारी है। रविवार भारी बारिश की चेतावनी दी गईँ है।