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साल 2025 में क्या सोयाबीन के रेट छू पाएंगे ₹6000 का आंकड़ा? जानें ताजा अपडेट और बाजार का गणित

0दोस्तों, नए साल की शुरुआत होते ही सोयाबीन की कीमतों को लेकर किसानों और व्यापारियों के बीच चर्चाएं तेज हो गई हैं। हर कोई यह जानना चाहता है कि आखिर सोयाबीन के रेट ₹6000 प्रति क्विंटल तक जाएंगे या नहीं। बीते समय में बाजार में जो उतार-चढ़ाव देखने को मिला है, उसने सभी को असमंजस में डाल दिया है। आइए, जानते हैं सोयाबीन की ताजा स्थिति और विशेषज्ञों का क्या कहना है।

सोयाबीन के दामों पर किसानों की नजर

सोयाबीन किसानों के लिए यह फसल बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन मौजूदा हालात में दामों की गिरावट ने उनकी चिंता बढ़ा दी है। किसानों का कहना है कि अगर सोयाबीन के रेट ₹6000 प्रति क्विंटल नहीं पहुंचे, तो उन्हें भारी नुकसान हो सकता है। दूसरी ओर, व्यापारियों ने सोयाबीन को स्टॉक करके रखा हुआ है, जिससे कीमतों में हल्की स्थिरता देखने को मिल रही है।

मौजूदा बाजार में उतार-चढ़ाव क्यों?

भारत में तिलहन और खाद्य तेलों पर आयात शुल्क में कमी के चलते विदेशी तेलों ने बाजार में कब्जा जमा लिया है। मलेशिया और इंडोनेशिया जैसे देशों से पॉम ऑयल का भारी मात्रा में आयात हुआ, जिसने घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ा दिया।

पिछले साल का आयात आंकड़ा

पॉम ऑयल का आयात लगभग ₹93000 करोड़ तक पहुंच गया था, और इस साल यह आंकड़ा ₹1 लाख करोड़ पार करने की संभावना है।

घरेलू किसानों पर असर

सस्ते आयातित तेल की वजह से सोयाबीन और अन्य तिलहनी फसलों के दाम गिर गए हैं। इससे न केवल किसान, बल्कि तेल निष्कर्ष इकाइयां और इससे जुड़े उद्योग भी संकट में हैं।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोयाबीन की स्थिति

दोस्तों, सोयाबीन का दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार में चीन की डिमांड पर निर्भर करता है। हाल ही में चीन ने अमेरिका से बड़ी मात्रा में सोयाबीन खरीदी है।

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  • चीन का कदम: सरकारी कंपनी सिनोग्रेन ने लगभग 5 लाख मिट्रिक टन सोयाबीन खरीदा है।
  • कीमतों पर असर: विशेषज्ञों का मानना है कि इससे वैश्विक बाजार में संतुलन बनेगा, लेकिन भारी उत्पादन के चलते कीमतों पर दबाव बना रह सकता है।

क्य भारतीय बाजार में सुधार होगा?

 

भारत में सोयाबीन की मांग धीरे-धीरे बढ़ रही है।

 

  • सोया डीओसी की डिमांड: पोल्ट्री फार्म और प्लांट की बढ़ती जरूरतों के कारण सोयाबीन के दाम में ₹200-₹300 प्रति क्विंटल तक सुधार संभव है।
  • आने वाले त्योहारों का असर: रमजान जैसे त्योहारों में तेल की बढ़ती मांग को देखते हुए दाम में और सुधार की संभावना है।

 

क्या साल 2025 में ₹6000 का आंकड़ा छू पाएगा सोयाबीन?

दोस्तों, विशेषज्ञों की मानें तो सोयाबीन की कीमत ₹5300 से ₹5500 प्रति क्विंटल तक जा सकती है। हालांकि, ₹6000 तक पहुंचने की संभावना फिलहाल कम ही नजर आ रही है। लेकिन अगर चीन की डिमांड बढ़ी और मलेशिया में फसलों को नुकसान हुआ, तो बाजार में नई तेजी देखी जा सकती है।

जनवरी 2025 में सोयाबीन का ताजा भाव

नए साल की शुरुआत में सोयाबीन का भाव फिलहाल ₹4000-₹4500 प्रति क्विंटल के आसपास बना हुआ है।

  • इंदौर प्लांट: ₹4375-₹4480 प्रति क्विंटल।
  • नीमच लाइन: ₹4395 प्रति क्विंटल।

हालांकि, फरवरी तक हल्की तेजी देखने को मिल सकती है।

दोस्तों, सोयाबीन के दाम इस साल किसानों और व्यापारियों दोनों के लिए चुनौती बने रहेंगे। अंतरराष्ट्रीय बाजार की गतिविधियां और घरेलू डिमांड इसका रुख तय करेंगी। अगर आप भी सोयाबीन से जुड़े हैं, तो बाजार की हर छोटी-बड़ी खबर पर नजर बनाए रखें। हमें उम्मीद है कि आने वाले समय में किसान भाइयों को उनके फसल का उचित मूल्य जरूर मिलेगा।

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