ब्रेकिंग
हरदा: बरसात में करंट से बचने के लिये विद्युत वितरण कंपनी ने एडवायजरी जारी की तेज़ आंधी में पेड़ गिरने से मकान क्षतिग्रस्त — नगर पालिका से शीघ्र कार्रवाई की मांग Aaj ka rashifal: आज दिनांक 18 मई 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है। आपके भाग्य के सितारे Harda Sirali: रिश्वतखोर पटवारी को 4-4 साल के सश्रम कारावास की सजा , वर्ष 2017 में किसान से नामांतरण... दिल्ली में निर्माणाधीन इमारत गिरी 3 की मौत ! हवा आँधी बारिश से हुआ हादसा हरदा: रेत एवं गिट्टी के अवैध भण्डारण में प्रयुक्त 2 ट्रेक्टर ट्राली जप्त मेडिकल स्टोर से दाढ़ दर्द की गोली मांगी, दुकानदार ने धोखे से दे दी सल्फास की गोली महिला की हुई मौत हरदा: चना, मसूर व सरसों उपार्जन के लिये 21 मई से पूर्व स्लॉट बुक कराएं हरदा: चोरों के हौसले बुलंद अज्ञात चोरों ने पुलिस लाइन में सरकारी क्वार्टरो को बनाया निशाना ! दो पल्स... Youtuber ज्योति मल्होत्रा सहित 6 गिरफ्तार: पाकिस्तान के लिए लगा जासूसी का आरोप

राज्‍यसभा चुनाव आज, मध्‍य प्रदेश में एक-दूसरे के ‘मोहरों’ पर नजर

भोपाल। राज्यसभा चुनाव को लेकर देश के कई राज्यों में हलचल मची है, लेकिन प्रदेश की कहानी सबसे जुदा है। शुक्रवार को यहां तीन सीटों पर होने वाले चुनाव में संख्या बल के आधार पर भाजपा के खाते में दो और कांग्रेस को एक सीट मिलती नजर आ रही है, लेकिन वर्चस्व की लड़ाई में दोनों दल सेंधमारी की कोशिश में लगे हैं।

दो सीटों पर जीत के सुनिश्चित आसार दिखने के बावजूद भाजपा ने कांग्रेस को कमजोर साबित करने के लिए उसके वोटरों पर भी नजर टिका दी है। विधायकों को अपनी निष्ठा प्रमाणित करने की चुनौती है और शुक्रवार को तय हो जाएगा कि कौन दल किसके मोहरे तोड़ने में कामयाब होगा। कांग्रेस के एक-दो विधायकों के लगातार विरोधी सुर ने उन्हें शक के घेरे में ला दिया है। वे विधायक राज्यसभा चुनाव में किस करवट होंगे, यह मतदान के बाद ही पता चलेगा, लेकिन कांग्रेस को भी अपने मोहरों के खिसकने का खतरा सता रहा है।

शायद यही वजह है कि राज्यसभा में उसने अपने प्रथम वरीयता के उम्मीदवार पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के लिए मतों के आवंटन में विधायकों की संख्या बढ़ा दी है। कांग्रेस की एक खास टीम विधायकों के संपर्क पर भी नजर टिकाए है। ऑपरेशन कमल के दौरान कांग्रेस के 22 विधायकों से इस्तीफा दिलवा चुकी भाजपा का यह दावा भी है कि कई कांग्रेसी विधायक पार्टी के संपर्क में हैं। भाजपा के मुख्य प्रवक्ता दीपक विजयवर्गीय ने बीते दिनों इस बात का दावा भी किया था। यही वजह है कि कांग्रेस अपने सदस्यों को लेकर ज्यादा सावधानी बरत रही है।

- Install Android App -

कांग्रेस के लिए एक बड़ा संकट उसके दूसरे उम्मीदवार फूल सिंह बरैया के पक्ष में लामबंद होते पार्टी के ही कुछ लोग हैं। ये लोग बरैया के अनुसूचित जाति के होने का हवाला देकर राज्यसभा में भेजने की वकालत में जुटे हैं। इससे भी वोटों के खिसकने का खतरा खड़ा हो गया है। मंत्रिमंडल में जगह न मिलने के असंतोष पर कांग्रेस की नजर मंत्रिमंडल में जगह बनाने के लिए भाजपा के कई सदस्य जोर लगाए हैं।

मन की मुराद पूरी न होने से बहुतों के मन में असंतोष भी है। ऐसे लोगों से कांग्रेस ने भी संपर्क साधने की कोशिश की है। गत दिनों कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा ने दावा किया कि मंत्री पद को लेकर उपजे असंतोष का असर राज्यसभा चुनाव पर पड़ेगा।

देखा जाय तो दोनों तरफ क्रॉस वोटिंग का खतरा बना हुआ है। इस खतरे को देखते हुए दोनों दलों ने अपने वोटरों को सहेजने में पूरी ताकत लगा दी है। राजनीतिक पंडितों का दावा है कि वोटरों की दलीय खेमेबंदी का जो आंकड़ा अभी दिख रहा है, वह मतदान के बाद बदल जाएगा। यानी कुछ वोट इधर से उधर जरूर होंगे।