कोलकाता। पश्चिम बंगाल के रहने वाले 38 वर्षीय व्यक्ति को मौत की सजा सुनाई गई है। उसने कम से कम नौ महिलाओं की हत्या की और पीड़ितों में से दो का बलात्कार किया था। कमरुज्जामन सरकार ने अपनी वारदातों की वज से ‘चेन मैन’ की कुख्याति हासिल कर ली थी। उसे पिछले साल जून में 16 साल की लड़की के साथ बलात्कार करने और उसकी हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पश्चिम बंगाल के पूर्वी बर्दवान जिले की एक जिला अदालत ने इन मामलों में सरकार को मौत की सजा सुनाई।
सरकार के खिलाफ 15 मामले दर्ज किए गए थे, जिसमें से दो बलात्कार, सात हत्या और छह हत्या के प्रयास के थे। सीरियल किलर के खिलाफ डकैती से संबंधित धाराएं भी लगाई गई थीं। उसने सभी अपराध साल 2013 से साल 2019 के बीच किए थे, जबकि उसकी शिकार लड़कियों और महिलाओं की उम्र 16 से 75 साल के बीच थी। बिजली मीटर की रीडिंग लेने के बहाने सरकार दोपहर के समय घरों में घुसता था और फिर महिलाओं पर हमला करता था।
इसलिए नाम मिला चेन-मैन
कोर्ट को बताया गया कि सरकार के हमले में कुछ महिलाएं बच गई थीं। सरकार के वारदात को अंजाम देने का तरीका बेहद अजीब था। वह साइकिल की चेन से पीड़ितों का गला घोंटता था और और फिर उनकी मौत के बारे में पक्का होने के लिए लोहे के डंडे से उनके सिर पर वार करता था। वारदात के इसी अजीब कारनामे की वजह से वह “चेन मैन” के नाम से कुख्यात हो गया।
पूर्वी बर्दवान जिले के एसपी भास्कर मुखर्जी ने बताया कि वह अपने शिकार को सावधानी से चुनता था और आमतौर पर दोपहर में तब उन पर हमला करता था, जब घर के पुरुष काम पर गए हों और महिलाएं घरों में अकेली हों। वह यह पता लगाने के लिए दो-तीन दिनों रेकी करता था कि क्या वह जिस महिला को निशाना बनाने जा रहा है कि वह घर पर अकेली रहती है या नहीं। पुलिस ने कहा कि सरकार मूल रूप से मुर्शिदाबाद जिले का रहने वाला था और पूर्वी बर्दवान में अपनी पत्नी, दो बेटों और एक बेटी के साथ रहता था।
लाल रंग ने पकड़ाया
पुलिस ने बताया कि सरकार अपने अंधविश्वास के चलते गिरफ्तार हो गया। उसके ज्योतिषी ने बताया था कि लाल रंग उसके लिए शुभ है। इसलिए वह अपनी लाल रंग की मोटरसाइकिल और लाल हेलमेट को तब भी पहनता रहा, जबकि उसकी शिकार कुछ महिलाएं बच गई थीं। इसी लाल रंग की बाइक और हेलमेट की वजह से वह गिरफ्तार कर लिया गया।
किशोरी की हत्या के बाद बंगाल पुलिस ने टीमों का गठन किया और स्वयंसेवकों की मदद ली, जिसके बाद स्वयंसेवकों ने पुलिस को सतर्क कर दिया था कि एक लाल मोटरसाइकिल पर एक व्यक्ति ने मोर्चाबंदी तोड़कर भागने की कोशिश कर रहा था। हालांकि, उसने अपना संतुलन खो दिया और गिर गया। आखिरकार पुलिस ने बंगाल के सीरियल किलर को गिरफ्तार कर लिया।