ब्रेकिंग
MP BIG NEWS: रेंजर माधव सिकरवार का 'सिंघम' ऑपरेशन: माफिया से मुक्त कराई 149 हेक्टेयर वन भूमि हरदा जिले के पलासनेर गांव की बेटी अदिति यादव ने किया जिले का नाम रोशन किसान भाई बीजोपचार के बाद ही सोयाबीन की बुआई करें :  कृृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को दी सलाह Aaj ka rashifal: आज दिनांक 20 जून 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे पुलिस को चकमा देने वाला हिस्ट्रीशीटर बदमाश साड़ी पहन घूंघट में अपने घर में था बैठा ! पुलिस पहुंची तो ... हरदा: कलेक्टर श्री जैन ने आंगनवाड़ी, स्कूल, अस्पताल और उचित मूल्य की दुकान का किया निरीक्षण हंडिया : लापरवाह सरपंच सचिव, परेशान ग्रामीण व्यापारी, साप्ताहिक हाट बाजार लापरवाही और अनदेखी का हो ग... शादीशुदा युवती से प्यार मे हुआ युवक का कत्ल ! युवती के परिजनों को युवक के कत्ल के आरोप किया गिरफ्तार पं प्रदीप मिश्रा भगवान चित्रगुप्त मंदिर में नाक रगड़कर माफी मांगें कथावाचाक मिश्रा से भड़का है कायस... होटल में चल रहा था देह व्यापार: पुलिस की छापामारी में 5 लोग पकड़ाए

अब पुलवामा में टारगेट किलिंग, आतंकी हमले में कश्मीरी पंडित संजय शर्मा की मौत

Kashmiri Pandit : जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर कश्मीरी पंडितों पर हमला हुआ है। जानकारी के मुताबिक, पुलवामा में आतंकी हमले को अंजाम दिया गया। गोलीबारी में संजय शर्मा का मौत हो गई। हमले के बाद संजय शर्मा को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।

सूचना मिलने पर सुरक्षा बल मौके पर पहुंचे और पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। संजय शर्मा के परिवार का हाल-बेहाल है। अभी कोई परिजन बोलने की स्थिति में नहीं है। लोग सुरक्षा बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।

- Install Android App -

कश्मीर पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इसकी पुष्टि करते हुए लिखा, आतंकवादियों ने स्थानीय बाजार के रास्ते में संजय शर्मा पुत्र काशीनाथ शर्मा निवासी अचन पुलवामा पर गोलीबारी की। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चोटों के कारण उन्होंने दम तोड़ दिया। उनके गांव में हथियारबंद पहरा था। इलाके की घेराबंदी कर दी गई है।

बता दें, जब से केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाई है, तब से आतंकी बौखला गए हैं और कश्मीरी पंडितो को निशाना बनाना शुरू कर दिया। टारगेट किलिंग की ऐसी कई वारदातें सामने आ चुकी हैं। वहीं सेना भी आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दे रही है। आतंकी संगठनों के कई बड़े आका इस दौरान मौत के घाट उतारे जा चुके हैं।