मकडाई समाचार ग्वालियर। एक ठग ने वकील का डुप्लीकेट व्हॉट्सएप बनाया। प्रोफाइल में वकील की डिटेल, फोटो वही वाला लगाया जो उनके व्हॉट्सएप प्रोफाइल पर था। इसके बाद उनसे जुड़े करीब 400 दोस्त, रिश्तेदारों, परिचितों को मुसीबत में होने का मैसेज डालकर रुपयों की मांग की। करीब 5 से 7 लोगों ने कैश ऑनलाइन ट्रांसफर भी कर दिया। पर कुछ ने खैरियत जानने के लिए कॉल कर दिया। कॉल करते ही वकील को उनके नाम से ठगी का पता लगा। घटना 4 सितंबर ग्वालियर की है। वकील ने तत्काल मामले की शिकायत एसपी ग्वालियर से की है।
शहर के जामदारों का मोहल्ला दिनेश भवन निवासी डीआर श्रीवास्तव पुत्र डीएल श्रीवास्तव एडवोकेट हैं। वह 20 साल से जिला कोर्ट व हाईकोर्ट मे वकालत कर रहे हैं। इस कारण उनका परिचय व पहचान अच्छी है। 4 सितंबर को उनके कुछ मिलने वालों ने कॉल किया। उन्होंने पूछा कि क्या हो गया किस तरह की मुसीबत में फंस गए। 5 हजार रुपये डाल दिए थे और जरुरत तो नहीं है। यह सुनकर वकील आश्चर्य चकित हो गए। उन्होंने पूछा कि किसने रुपये मांगे। जवाब में बताया गया कि अभी हाल ही में तो आपने व्हॉट्सएप पर मैसेज कर अर्जेंट में रुपये मांगे हैं। इसके बाद वकील ने सभी से व्हॉट्सएप मैसेज मंगाए, तो हकीकत में उनके जैसे ही प्रोफाइल वाले व्हॉट्सएप से मैसेज किए गए थे। पर उसमें नंबर कुछ अलग था, लेकिन प्रोफाइल से परिचित चकमा खा गए। करीब 5 लोगों ने 5-5 हजार रुपए उसके बताए अकाउंट में डाल दिए।
व्हॉट्सएप पर ठग ने मैसेज कर बताया कि किसी काम से मुंबई आया हूं। यहां दुर्घटना हो गई है। चोट नहीं आई है, लेकिन अर्जेंट में कुछ रुपए चाहिए। कल शाम को आकर 4 बजे से पहले दे दूंगा। जब किसी ने पूछा कि कैसे कब हुआ, कॉल कर रहा हूं। तो मैसेज में ही बोला गया कि फिलहाल कैश ट्रांसफर कर दो फिर बात कर लेना अर्जेंट हैं। जिस पर कुछ लोग झांसे में आ गए। जब घटना का पता लगा तो वकील ने फेसबुक व व्हॉट्सएप से सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि उनकी फेक आइडी बन गई है इसलिए कोई भी रुपए आदि की मांग करने पर जवाब न दे। जिस अकाउंट नंबर में नकद डाला गया है उसका आइएफएससी कोड मुंबई का बता रहा है। पुलिस इसी आधार पर तलाश कर रही है।