नए रूप में संवर रहा गंज का राधा-कृष्ण मंदिर, जन्माेत्सव पर श्रद्धालु करेंगे पूजन
डैनी उतपुरे मकड़ाई समाचार बैतूल :
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर साेमवार काे मटकी फोड़ प्रतियोगिता, झांकी कार्यक्रम और शोभायात्राओं जैसे भीड़ वाले कार्यक्रम प्रतिबंधित रहेंगे। लेकिन मंदिरों में सोशल डिस्टेंस के साथ दर्शन और पूजन श्रद्धालु कर सकेंगे। घरों में भी पूजन करके श्रद्धालु जन्माष्टमी मनाएंगे। गंज मंडी परिसर के राधाकृष्ण मंदिर और कोठी बाजार के कृष्ण मंदिर में सोशल डिस्टेंस के साथ सोमवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी। श्रीकृष्ण और राधाकृष्ण मंदिरों में हर साल होने वाले भीड़ और मटकी फोड़ प्रतियोगिता जैसे कार्यक्रमों नहीं होंगे। हालांकि मंदिरों में रात के समय श्रीकृष्ण जन्म पर पूजन जरूर होगा। श्रद्धालु भी घरों में भगवान श्रीकृष्ण और राधाजी का पूजन करेंगे। 80 साल पुराने गंज के राधाकृष्ण मंदिर का पुनर्निर्माण भी लगभग पूरा हो चुका है। इसके मूर्ति वाले हिस्से में प्लास्टर की प्रक्रिया चल रही है।
मंदिर जन्माष्टमी पर नए रूप में दिखेगा। नए बने मंदिर में इस साल श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर पूजन होगा। राधाकृष्ण मंदिर गंज समिति के सदस्य तेजराव डफरे ने बताया शासन के आदेश के अनुसार कोविड प्रोटोकॉल के नियमों के अनुसार ही मंदिर में कार्यक्रम होंगे। सोशल डिस्टेंस के नियमों का पूरी तरह पालन किया जाएगा।
यहां भी होंगे कार्यक्रम : रुद्राक्ष बोरीकर ने बताया जन्माष्टमी पर बांके बिहारी की प्रतिमा का आगमन वृंदावन से हुआ है। शारदा नगर में घर में कार्यक्रम मनाया जाएगा। भगवान के जन्म महोत्सव में सादर आमंत्रित हैं। 30 अगस्त काे सुबह 11 बजे संकीर्तन होगा। अभिषेक के बाद भगवान की झांकी, झूला कार्यक्रम मनाया जाएगा। 31 अगस्त को भगवान का जन्म दिवस मनाया जाएगा। लड्डुओं से तुलादान 1 सितंबर को होगा।
सोशल डिस्टेंस का रखना होगा ध्यान
सार्वजनिक जुलूस, शोभायात्रा, मटकी फोड़ प्रतियोगिता जैसे जुलूस की शक्ल वाले कार्यक्रम जन्माष्टमी पर पूरी तरह प्रतिबंंधित रहेंगे। इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। लोग कोविड प्रोटोकॉल के तहत मंदिरों में सोशल डिस्टेंस बनाते हुए दर्शन और पूजन कर सकेंगे। – सिमाला प्रसाद, एसपी