ब्रेकिंग
Aaj ka rashifal: आज दिनांक 14 मई 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे झाबुआ : जिले में लगतार अवैध शराब के विरूद्ध में अभियान जारी: 121 पेटी अवैध शराब की पेटी जब्त  सिवनी मालवा: कॉलोनी बनाने के लिए काट दिए हरे भरे पेड़: जिम्मेदार बोले जांच करा कर की जायेगी कार्रवाई  हरदा: कलेक्टर श्री जैन ने जनसुनवाई में सुनी नागरिकों की समस्याएं चना, मसूर व सरसों उपार्जन के लिये 21 मई से पूर्व स्लॉट बुक कराएं Harda news: रेलवे स्टेशन के सामने सौंदर्यीकरण के नाम पर 45 दुकानदारों को बेदखली के आदेश! कांग्रेस प्... शराब: जहरीली शराब से 14 लोगों की मौत!  पुलिस ने 6 आरोपियो को किया गिरफ्तार! आज का मौसम दिल्ली पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में हीटवेव का खतरा तो मध्य भारत मे आँधी बारिश की सम्भावन... Ladli Behna Yojana: लाड़ली बहनों को 1250 रुपए की 24वीं किस्त मिलने वाली है, जानें तारीख और पूरा अपडे... Aaj ka rashifal: आज दिनांक 13 मई 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे

कार टकराते ही धमाके की आवाज आई और अचानक छा गया सन्नाटा

मकड़ाई समाचार इंदौर। जामगेट सड़क हादसे में घायल अभिनव अभी तक सहमे हुए हैं। वह चालक के बगल वाली सीट पर ही बैठे हुए थे। एयर बलून खुलने से उनकी जान बच गई। हादसे का दृश्य सामने आते ही रोने लगते हैं। एक अन्य घायल प्रतीक को तो अभी तक दोस्त अक्षित,सूरज और विपिन की मौत के बारे में बताया ही नहीं है। एबी रोड़(शिवसागर) निवासी प्रतीक अहिरवार निजी अस्पताल में भर्ती है। उनके हाथ में फ्रैक्चर हुआ है।

बैंककर्मी अभिनव भी उसी कार में सवार था जिसका शुक्रवार रात जामगेट के समीप एक्सीडेंट हुआ है। उन्होंने बयानों में बताया करीब 11.30 बजे पांचों दोस्त मंडलेश्वर से इंदौर के लिए रवाना हुए थे। सामने से गाड़ी आने पर कार चला रहे अक्षित की आंखें चौंधियां गई। कार लगभग 80 किमी प्रति घंटा की स्पीड से चल रही थी। अचानक मोड़ने के चक्कर में कार पुलिया में घुस गई। जोरदार धमाके की आवाज आई और फिर अचानक सन्नाटा पसर गया।

- Install Android App -

कईं गाड़ियां वहां से गुजरती गई और कुछ रुकते गए। अभिनव के मुताबिक मोबाइल टूट गए इसलिए किसी को कॉल भी नहीं कर पाए। ग्रामीणों और राहगीरों की मदद से एम्बुलेंस(108) पर कॉल किया लेकिन आने में डेढ़ घंटा लग गया। उस वक्त सूरज की सांसें चल रही थी। अस्पताल ले जाने में देरी हो गई और उसने भी दम तोड़ दिया।

अभिनव को ज्यादा चोंट नहीं आइ लेकिन एक अन्य दोस्त प्रतीक अभी तक आइसीयू में भर्ती है। उसे तो अभी तक तीनों दोस्तों की मौत के बारे में भी नहीं बताया है। उसके पिता विजय अहिरवार रेलवे में नौकरी करते है। वह उनसे मिलने ही आ रहा था।