राखी सरोज:-
पूरी दुनिया आज कोरोनावायरस कहें जाने वाले कोविड 19 नामक वायरस से परेशान हैं। सभी इसके इलाज की खोज करने के लिए दिन रात लगे हुए हैं। सितंबर तक वैक्सीन आने की उम्मीद भी नजर आ रही है। किंतु इन सबके बीच में एक चौंकाने वाली खबर आई है,लंदन से। लंदन के किंग्स कॉलेज के वैज्ञानिकों ने अपनी अपनी खोज के आधार पर बतलाया कि कोरोनावायरस छे तरह के होते हैं। कोरोनावायरस को लक्षण के आधार पर छे अलग-अलग श्रेणियों में रखा गया है।
वैज्ञानिकों ने आर्टिफिशल इंटेलिजेंस सॉफ्टवेयर के जरिए सैकड़ों मामलों का विश्लेषण किया। जिसके आधार पर इसका वर्गीकरण किया। सभी प्रकार के कोरोनावायरस में सिर दर्द और गंद महसूस करने की क्षमता के लक्षण पाए जाते हैं। इसके अलावा सभी कोरोनावायरस में अलग-अलग लक्षण मिलते हैं।
पहले प्रकार में सिर दर्द, सूंघने की शक्ति में कमी, मांसपेशियों में दर्द, खांसी, गले में खराश, सीने में दर्द, किन्तु बुखार नहीं आता है।
दुसरे प्रकार में सिर दर्द, सुंघने की शक्ति में कमी, गले में खराश, गला बैठ जाना, बुखार, भूख नहीं लगना।
तीसरे प्रकार में सिरदर्द, गंध में कमी, भूख न लगना, दस्त, गले में खराश, सीने में दर्द , किन्तु खांसी का ना होना।
चौथे प्रकार में थकान, सिरदर्द, गंद की कमी, खांसी, बुखार, आवाज़ बैठना, सीने में दर्द।
पांचवें प्रकार में भ्रमित होना, सिरदर्द, सुंघने की शक्ति में कमी, भूख न लगना, खांसी, बुखार और मांस पेशियों में दर्द।
छठा प्रकार सिरदर्द, गन्ध का कम महसूस होना, भूख में कमी, सीने में दर्द, थकान, सांस लेने में परेशानी और दस्त।
जब कोरोनावायरस को लक्षण के आधार पर छे भागों में बांटा गया तब यह माना गया कि नंबर छे वाली श्रेणी के लक्षण वाला कोरोनावायरस सब से अधिक खतरनाक है। वैज्ञानिकों का मानना है कि यदि मरीज में कोरोनावायरस की पुष्टि होने के पांच दिन के भीतर यह जाना जा सकें कि किस प्रकार श्रेणी के लक्षण हैं। तब उसी अधिक उचित इलाज किया जा सकता है ओर लोगों की जान बचाईं जा सकती है।