दीपक राठौर महेन्द्रगांव .
महेन्द्रगांव . गणगौर माता के उत्सव के छटवे दिन कार्यक्रम शुरू होते ही माता के भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। गणगौर आयोजक गोविन्द प्रसाद गौर ऊसरगैया परिवार के यहां प्रतिदिन मातारानी की भक्ति की जा रही हैं । माता गणगौर के भजन ग्रामीण महिलाएं एवं रात में पुरुष मंडलियों द्वारा गीतों के साथ झालरे, स्वांग आदि कार्यक्रम पेश किए गए । दिन के समय में महिला मंडलियों द्वारा पाती, जिसमें स्वांग, झालरे गीत आदि कार्यक्रम हुए।
गणगौर उत्सव में माता रानी के दरबार में पहले दिन दूर दराज से आमंत्रित मंडलियो द्वारा देर रात्रि तक गणगौर के शानदार गीतों, झालरे एवं स्वांगों से दर्शकों का मन मोह रहे हैं। इन मंडलियों ने बेहतरीन और मनमोहक प्रस्तुतियों की तैयारी की है। खंडवा, देवास, होशंगावाद , भोपाल सहित अन्य जिलों की मंडलियां गणगौर कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुतियां दे रही हैं। आसपास के क्षेत्र से हजारों की संख्या में मां के भक्त दरबार में पहुंचकर कार्यक्रम का आनंद ले रहे है । देर रात्रि करीब 11 बजे तक कार्यक्रमो की आकर्षक प्रस्तुतियां दी जा रही है। जिसके बाद मेवा प्रसादी वितरित कर ग्रामीणों द्वारा भी भरपूर सहयोग किया जा रहा हैं।
उत्सव के छटवे दिन कार्यक्रम शुरू होते ही माता के भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। गणगौर आयोजक गोविन्द प्रसाद गौर ऊसरगैया परिवार के यहां प्रतिदिन मातारानी की भक्ति की जा रही हैं । माता गणगौर के भजन ग्रामीण महिलाएं एवं रात में पुरुष मंडलियों द्वारा गीतों के साथ झालरे, स्वांग आदि कार्यक्रम पेश किए गए । दिन के समय में महिला मंडलियों द्वारा पाती, जिसमें स्वांग, झालरे गीत आदि कार्यक्रम हुए।
गणगौर उत्सव में माता रानी के दरबार में पहले दिन दूर दराज से आमंत्रित मंडलियो द्वारा देर रात्रि तक गणगौर के शानदार गीतों, झालरे एवं स्वांगों से दर्शकों का मन मोह रहे हैं। इन मंडलियों ने बेहतरीन और मनमोहक प्रस्तुतियों की तैयारी की है। खंडवा, देवास, होशंगावाद , भोपाल सहित अन्य जिलों की मंडलियां गणगौर कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुतियां दे रही हैं। आसपास के क्षेत्र से हजारों की संख्या में मां के भक्त दरबार में पहुंचकर कार्यक्रम का आनंद ले रहे है । देर रात्रि करीब 11 बजे तक कार्यक्रमो की आकर्षक प्रस्तुतियां दी जा रही है। जिसके बाद मेवा प्रसादी वितरित कर ग्रामीणों द्वारा भी भरपूर सहयोग किया जा रहा हैं।