गौरव दिवस पर ग्रामीणों ने जलसंकट पर की बैठक।
अखिलेश मालवीय मकड़ाई समाचार
रहटगांव-हरदा जिले की रहटगांव तहसील के वनांचल में स्थित ग्राम गोराखाल में आदिवासी परिवार जल संकट से जूझ रहे हैं।गांव में नल जल योजना तो है परंतु दोनों ही ट्यूबवेल बंद होने के कारण से नल जल योजना भी शोपीस बनकर रह गई। ग्रामीण महिलायें गाँव से दूर खेत मे बने कुँए से पानी लेकर आती है।जिससे कि कई बार वे मजदूरी भी नहीं जा पाती है। प्रशासन को गरीब आदिवासियों की फिक्र करना चाहिए।
पानी की व्यवस्था कराना चाहिए।
गोराखाल में जबकि इको पर्यटन केंद्र का झरना है ।वह भी बंद पड़ा है।
हरदा जिले की सबसे बड़ी नदी अजनाल की जन्मस्थली भी ग्राम गोरा खाल है। पर गनीमत यह है कि वहाँ के आदिवासी ही पीने के पानी के लिए परेशान है।
ग्रामीणों ने गौरव दिवस मनाया ओर सबने मिलकर जलसंकट पर चर्चा की ग्राम स्तर से ग्रामीण जलसंकट दूर करने की भी योजना बना रहे है
प्राथमिक शाला गोरा खाल में जो हेडपंप लगा हुआ है ।वह भी सूखा हुआ है। उसमें पीएचई विभाग के द्वारा मोटर तो डाली गई परंतु वह भी बंद पड़ी है। जिसके कारण से वहां पढ़ने वाले बच्चों को पीने योग्य पानी के लिए भी परेशान होना पड़ता है। तो वहीं मध्यान भोजन बनाने वाले सहायता समूह को भी दूर से पानी लाकर बच्चों को मध्यान भोजन की व्यवस्था देनी पड़ती है। शासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए और वनांचल में रह रहे आदिवासी परिवारों के लिए पीएचई विभाग को कोई रास्ता निकालना चाहिए, और जल संकट से निजात दिलाना चाहिए।