भोपाल।मध्यप्रदेश के हजारों पटवारी अपनी दो दशक पुरानी मांगों को लेकर लामबंद हो चुके हैं। अपने चरणबद्ध आंदोलन में अब वे भू-अधिकार सहित अन्य काम भी नहीं करेंगे। इसके तहत सभी पटवारी 26 जून को सारा एप से सामूहिक लागआउट कर इसे अनस्टाल कर देंगे। ज्ञात हो कि इसी एप से उनके द्वारा स्वामित्व, पीएम सीएम किसान, आवासीय भू-अधिकार आदि के कार्य किए जाते हैं। अभी तक ये काम खुद के मोबाइल से ही कर रहे थे। कई बार शासन स्तर तक मांग की कि उन्हें शासकीय मोबाइल दिए जाएं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसलिए अब सारा एप पर वे काम नहीं करेंगे।
मप्र पटवारी संघ के प्रदेश पदाधिकारी राजीव जैन ने बताया कि 26 जून को प्रदेश के सभी पटवारी एकसाथ इस एप को अनस्टाल कर देंगे। हम भू- अधिकार जैसे काम नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि पटवारियों के पास संसाधनों की कमी है। दूसरी ओर, विशेष भर्ती अभियान के तहत नियुक्त 500 राजस्व निरीक्षकों द्वारा सीमाकन कार्य नहीं किए जाने से पटवारियों पर काम का दवाब है। ऐसे में पटवारी सीमांकन कार्य नहीं कर सकते। दूसरी ओर सारा एप पर वे खुद के मोबाइल पर ही काम कर रहे हैं, जबकि सरकार को मोबाइल देने चाहिए। संघ के आह्वान पर प्रदेश के सभी जिलों में सीमांकन कार्य से विरत हैं। इस बार आर पार की लड़ाई लड़ेंगे।
ज्ञात हो कि मप्र पटवारी संघ की पटवारियों के संविलियन, पुरानी पेंशन लागू करवाने के साथ 2800 पे ग्रेड की मांग है। समान कार्य समान वेतन के आधार पर 2800 ग्रेड-पे देने एवं अन्य विषयों को लेकर पिछले कई महीनों से पटवारी आदोलन कर रहे है। मई में वे तीन दिन की हड़ताल भी कर चुके।