खंगवाड़ा में देवनारायण कथा के पहले दिन निकली भव्य कलश यात्रा
सुनील पटल्या बेड़िया । ग्राम खंगवाड़ा में सात दिनी भगवान देवनारायण भगवान की कथा का शुभारंभ सोमवार को भव्य शोभायात्रा के साथ ग्राम में निकाली गई। देवनारायण भगवान मंदिर घाटी ग्वालियर के पीठाधीश्वर स्वामी शीतल महाराज, निमाड़ और गुर्जर समाज के चिंतक प्रेरक आदरणीय स्वामी रामकिंकर महाराज, छोटी बेड़ियां गौशाला के प्रमुख गौ कथा वाचक आदरणीय सुखदेव महाराज व राजेश पंडा जी की गरिमामय उपस्थिति में ग्राम समस्त ग्राम वासियों ने जिस आतुरता और प्रसन्नमन से शोभायात्रा को सफल बनाया गया। कथा के प्रथम दिन कथाकार भगत श्री ईश्वरजी गुर्जर ने गुर्जरों की उत्पत्ति के बारे में कहा कि भगवान शंकर की गाय के गर्भ से गुर्जर समाज की उत्पति हुई हैं। जब भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप धारण किया तब भगवान शंकर का वीर्य मोहिनी को देखते ही स्खलित हुआ था।उसी से वीर हनुमानजी की उत्पत्ति हुई । और हाथ में लगा वीर्य डाब रूपी घास को स्पर्श करने से हाथों में लगा वीर्य घास के ऊपर रह गया । डाब रुपी घास गोमाता ने खाई तो गाय गर्भवती हो गई । ओर 9 महीने के बाद में उसी गाय के गर्भ से एक बालक का जन्म हुआ । उस बालक का नाम भगवान शंकर जी ने गोपाल गुर्जर रखा था । यहीं से गुर्जर समाज की उत्पति है ।
कथा के मुख्य जजमान कड़वाजी रांडवा खंगवाड़ा थे। तत्पश्चात देव पूजन ध्वजारोहण का कार्यक्रम और अतिथियों का सम्मान देवनारायण भगवान कथा समिति के अध्यक्ष गुलाबचंद रांडवा, सचिन भाई महेश मलगायां एवं समस्त समिति के पदाधिकारियों ने अतिथियों में मुख्य रूप से देव सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष भाई रघुवीरसिंह पटेल, राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष भीमसिंह गुर्जर खातेगांव, प्रदेश अध्यक्ष दशरथ पटेल गूंजली, प्रदेश उपाध्यक्ष गोविंदसिंह गुर्जर इंदौर, प्रदेश प्रमुख महासचिव नंदनजी करोड़ी खंडवा, राष्ट्रीय सचिव श्रीराम चौधरी खंडवा, खंडवा जिला अध्यक्ष प्रेमलाल पटेल, प्रदेश सचिव ओम यादव गुर्जर सतवास, नवलसिंह यादव गुर्जर नर्मदा नगर अतिथियों का स्वागत किया गया।
कथा में जगदीश शाह व देवसेना के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव अमर बिरला गुर्जर इंदौर ने समग्र रूप से संचालन किया गया। देवसेना के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव अमर बिरला गुर्जर इंदौर ने कथा वाचक श्री ईश्वरजी की जीवनी पर प्रकाश डाला। इस दौरान कथा में नरेन्द्र पटेल, इंदर बिरला, शोभाग पटेल, राधेश्याम मोंतारी, कथा समिति के पदाधिकारी सहित आसपास क्षेत्र से बड़ी संख्या में महिला पुरूष उपस्थित थे।