मनावर पवन प्रजापत
मनावर-अदालतों में प्रकरणों के अंबार और जेलों में विचाराधीन बंदियों को राहत देने के लिए प्ली-बारगेनिंग एक कारगर विधा है। इसके प्रति पक्षकारों में जागरूकता लाने और भ्रांतियों को दूर करने के लिए उक्त विधा के माध्यम से अभियान चलाया जा रहा है। यह उद्गार प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष अवनीन्द्रकुमार सिंह ने रविवार को उपजेल मनावर में निरूद्ध बंदियों, जेल स्टाफ एवं न्यायिक अधिकारियों के बीच व्यक्त किए।
तहसील विधिक सेवा समिति मनावर के बैनर तले आयोजित विधिक साक्षरता शिविर में उन्होंने जेल में क्षमता से अधिक बढ़ती हुई बंदियों की संख्या को लेकर चिंता भी जताई, और विचाराधीन बंदियों के मामलों को शीघ्र निराकरण में वैकल्पिक साधनों को अपनाने पर भी उन्होंने जोर दिया। जिला एवं सत्र न्यायाधीश सिंह ने जेल का निरीक्षण कर बंदियों एवं जेल स्टाफ से रूबरू होकर उनकी समस्याएं भी सुनीं। शिविर में प्रथम एडीजे भूपेन्द्र नकवाल एवं सिविल जज वर्ग-दो फाल्गुनी शर्मा ने भी अपने विचार प्रकट किए। इस अवसर पर सिविल जज वर्ग-दो अजय पेंदाम व मुग्धा कुमारी के अलावा ट्रेनी जज यश दुबे एवं जेल उप अधीक्षक प्रदीप डामर आदि भी उपस्थित थेे।