नई दिल्ली। विराट कोहली के द्वारा टेस्ट टीम की कप्तानी अचानक छोड़े जाने के बाद ऐसा माना जा रहा है कि रोहित शर्मा को भारतीय टेस्ट टीम का अगला कप्तान बनाया जा सकता है। हालांकि इस रेस में केएल राहुल भी हैं। 34 साल के रोहित शर्मा भारतीय वनडे और टी20 टीम के कप्तान पहले ही बनाए जा चुके हैं। वहीं दूसरी तरफ अब विराट कोहली के पास सबसे बड़ी चुनौती ये है कि वो अब बतौर बल्लेबाज टीम के लिए किस तरह से बेहतर प्रदर्शन करते हैं, क्योंकि अब वो मैदान पर कप्तान के तौर पर नहीं उतरेंगे।
टीम इंडिया के पूर्व सेलेक्टर सबा करीम का भी मानना है कि विराट कोहली को अब अतिरिक्त प्रयास करने होंगे और मौजूदा नेतृत्व समूह के साथ तालमेल बनाना होगा जिसमें रोहित और टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ शामिल हैं। सबा करीम ने खेलनीति पाडकास्ट पर बात करते हुए कहा कि विराट कोहली को अतिरिक्त प्रयास करने की आवश्यकता होगी। उन्हें कुछ पछतावा हो रहा होगा, लेकिन मुझे यकीन है कि सयम के साथ उनके घाव भर जाएंगे। मुझे लगता है कि विराट इससे निपटने के लिए पर्याप्त अनुभवी और परिपक्व हैं और हमें इसे मैदान पर जल्दी ही दिखना चाहिए।
34 एकदिवसीय और एक टेस्ट में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले सबा करीम ने कोहली और रोहित के बीच संबंधों के बारे में भी बात की। भारत के दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले विराट कोहली ने अपने और रोहित के बीच अनबन की अटकलों को खारिज करते हुए कहा था कि वह पिछले दो वर्षों से इसे स्पष्ट कर रहे हैं कि उनके बीच ऐसा कुछ नहीं है। सबा करीम ने कहा कि कप्तान होने के नाते रोहित शर्मा को यह अतिरिक्त कदम उठाना होगा। उन्हें और राहुल द्रविड़ को कोहली को उस विचार और संस्कृति के बारे में बताना होगा, जिसे वो टीम में लाना चाहते हैं। वे इस बारे में कोहली से सलाह ले सकते हैं। अंत में कोहली और रोहित दोनों को बड़ी तस्वीर देखने और टीम के अंतिम लक्ष्यों के बारे में सोचने की जरूरत है। अगर दोनों खिलाड़ी एक ही पेज पर हैं, तो चीजें बहुत आसान हो जाएंगी। अगर उनके बीच कोई समस्या आती है, तो ड्रेसिंग रूम का माहौल जल्दी खराब हो जाएगा। इसलिए दोनों का साथ काम करना बहुत जरूरी है।