मकड़ाई समाचार हरदा। कार्यपालन यंत्री जल संसाधन संभाग हरदा राकेश दीक्षित ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष हरदा जिले में तवा बांयी तट मुख्य नहर प्रणाली अंतर्गत कि.मी. 86.43 से 128.51 कि.मी. तक चिन्हित नहरों की चिन्हित लंबाई एवं चिन्हित क्षेत्र में 17 हजार 500 हेक्टेयर तथा हंडिया शाखा नहर प्रणाली अंतर्गत कि.मी. 0 से 40 कि.मी. तक चिन्हित नहरों की चिन्हित लंबाई एवं चिन्हित क्षेत्र में 17 हजार 500 हेक्टेयर इस प्रकार कुल 35 हजार हेक्टेयर क्षेत्र ग्रीष्मकालीन मूंग फसल की सिंचाई हेतु प्रस्तावित है। कृषकों से अनुरोध है कि वे पहले नहरों अंतर्गत चिन्हित लंबाई तथा प्रस्तावित क्षेत्र की जानकारी जल संसाधन विभाग के संबंधित अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय से प्राप्त कर लें, इसके पश्चात ही मूंग फसल की बुआई करें। मूंग फसल की सिंचाई हेतु प्रस्तावित क्षेत्र की नहरों में जल प्रवाह के दौरान अवरोध (हेडअप) नहीं लगाये जा सकेगें।
उन्होने कुलावे एवं मोटर पंप से सिंचाई करने वाले कृषकगणों से अनुरोध किया है कि वे सिंचाई प्रारंभ करने के पूर्व विभाग से विधिवत अनुबंध निष्पादित कर लें। बिना अनुबंध के मोटर पंप से सिंचाई करते पाये जाने की स्थिति में विभाग द्वारा मोटर पंप जब्ती की कार्यवाही की जावेगी। विभागीय अमला नहरों पर पुलिस बल के साथ पेट्रोलिंग करेगा, इस दौरान यदि कोई कृषक नहर में अवरोध लगाकर सिंचाई करते हुए पाया जावेगा, तो उसके विरूद्ध नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही की जावेगी। टेल टू हेड सिंचाई करें तथा इस हेतु विभाग द्वारा बनाई गई नहर संचालन एवं जल प्रबंधन व्यवस्था में सहयोग करें, ताकि जिले में मूंग फसल हेतु प्रस्तावित क्षेत्र में सिंचाई कार्य सुगमता से संपादित हो सके।