हरदा : चयनित शिक्षकों ने महात्मा गांधी को ज्ञापन पढ़कर सुनाया, 2018 से चयनित शिक्षक देख रहे पदस्थापना की राह
मकड़ाई समाचार हरदा। मप्र में शिक्षकों की भारी कमी है मगर सरकार ने शिक्षकों की नियुक्ति पर गं्रहण लगा रखा। सरकार की नीतियों से परेशान होकर अतिथि शिक्षक हो,वर्ष 2018 की परीक्षा में चयनित शिक्षक सभी को परेशान किया हुआ हैं। सरकार के सामने बार-बार ये लोग आवेदन निवेदन कर रहे हैं। मगर शिवराज सरकार सिर्फ वैक्सीनेशन पर ध्यान देे रही हैं। विगत दो वर्षो से अपनी नियुक्ति की राह देख रहे।
शिक्षकों का सब्र का बांध टूट रहा है
शिक्षकों की केवल पदस्थापना शेष है। गौरतलब है कि म.प्र. सरकार द्वारा सत्र 2018 में उच्च माध्यमिक शिक्षक एवं माध्यमिक शिक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया था। जिसका परिणाम 2019 में एवं मेरिट सूची 2020 में जारी हुई किन्तु सत्यापन प्रक्रिया पूर्ण होने के आज ढाई वर्ष बीत जाने के उपरांत भी शिक्षकों की भर्ती नही हो पाई। वहीं आज भी प्रदेश के विद्यालयों में शिक्षकों की भारी कमी है। इस मामले चयनित शिक्षको ने बताया कि हमारे दस्तावेज सत्यापन हो चूका है। सिर्फ केवल पदस्थापना शेष है जिसमे बिना किसी युक्तियुक्त कारण विलम्ब किया जा रहा है।
75 शिक्षक हुए काल के ग्रास
शिक्षको ने बताया कि अपनी नियुक्ति की राह देखते देखते हमारे साथी आज करीब 75 चयनित साथी मानसिक रूप से प्रताड़ित होकर काल का ग्रास बन चुके है। इस पर मुख्यमंत्री जी को ध्यान देकर समस्या का शीघ्र समाधान करे। आज चयनित शिक्षक अपने परिवार के साथ आर्थिक और मानसिक परेशानियों को झेल रहे हैं। आपसे निवेदन है कि शीघ्र अतिशीघ्र नियुक्ति कर शासकीय विद्यालयों के बच्चों के भविष्य और प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था को बनाए। गुणवत्ता पूर्ण बनाने के लिए चयनित शिक्षको के नियुक्ति आदेश इसी सप्ताह जारी करने के आदेश करवाने का कष्ट करेद्य हम मध्यप्रदेश 30000 (तीस हजार) चयनित शिक्षक पदस्थापना आदेश के इंतजार में है तथा आपकी ओर आशा भरी नजरो से देख रहे है। 2 अक्टूबर को चयनित शिक्षको नेे ज्ञापन घंटाघर पर महात्मागांधी की प्रतिमा को पढ़कर सुनाया।