Harda News: किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर विधायक दोगने के नेतृत्व में जिला किसान कांग्रेस ने कलेक्टर को दिया ज्ञापन
हरदा : प्रदेश सरकार ने किसानों की गेहूं, चना, सरसो की उपज को समर्थन मूल्य पर खरीदी शुरू करने के लिए सम्बन्धित विभाग को 25 मार्च से समर्थन मूल्य पर खरीदी शुरू करने के आदेश दिए है।
जारी प्रेस विज्ञप्ति में किसान कांग्रेस जिलाध्यक्ष मोहन विश्नोई ने बताया की आज विधायक डॉक्टर आर के दोगने के नेतृत्व में जिलाधीश ऋषि गर्ग से मुलाकात की ओर किसानो की विभिन्न समस्याओं को लेकर ज्ञापन दिया। ज्ञापन में 8 मुख्य विदुओ पर चर्चा की।
श्री विश्नोई ने कहा की सरकार द्वारा हर वर्ष खरीदी शुरू करने की तारीख तो बता दी जाती है। लेकिन सम्बंधित विभाग द्वारा सरकार की बताई गई तारिख से 20 दिन बाद खरीदी शुरू की जाती है। वो भी आधे-अधूरे खरीदी केंद्र पर।
किसान कांग्रेस इन बिंदुओं पर जिला कलेक्टर का ध्यान आकर्षित कराया
–
1/ शासन की नीति अनुसार समर्थन मूल्य पर खरीदी नहीं की जाती है जबकि शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर पहले लघु एवं सीमांत किसानों से खरीदी की जाना चाहिए, ये वो लघु एवं सीमांत किसान है, जो अधिकतर अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के गरीब एवं पिछड़े किसान होते है, इनकी उपज समर्थन मूल्य पर नहीं बिकने से इनको दोहरी मार पड़ती है। एक तो 1000 से 1500 रूपये प्रति क्विंटल कम भाव में इनको मूंग की फसल बोन के लिए खाद बीज की अवश्यकता होने की वजह से उपज जल्दी बेचना पड़ता है और खरीदी तय समय से नहीं होने के करण इनको मंडी मे ओने पौने दाम मे उपज बेचना पड़ता है।
2/ सम्बन्धित विभाग के अधिकारी सत्ता के दबाव मे खरीदी केंद्र की मेपिंग भी सही नहीं कर पाते है, इसलिए किसानों को 30 से 40 किलोमीटर दूर खरीदी केंद्र पर उपज लेकर जाना पड़ता है। इस बार ऐसी गलती ना हो जब भी खरीदी केंद्र की मेपिंग का कार्य हो तो उस दिन किसान संगठन के मुख्य जो भी पदाधिकारी हो उन्हें शामिल किया जाए।
3/ समर्थन मूल्य खरीदी के लिए समय से पर्याप्त बारदान एवं हम्मालो की पर्याप्त व्यवस्था की जाए।
4/ खरीदी केंद्र की संख्या बढ़ाई जाए ताकि किसानों को उपज बेचते समय किसानों को रतजगा नहीं करना पड़े।
5/ प्रत्येक खरीदी केंद्र पर किसानों के लिए छाव, और पीने के लिए ठंडा पानी की व्यवस्था की जाए।
6/ खेड़ा शासकीय वेयर हाउस पर धनगांव, बेडागांव, बूंदड़ा, छिड़गांव, रेवापुर, पीपालघटा, जामली, एड़ाबेड़ा सहित अन्य गांव के किसान हंडिया से मसनगांव जाने वाले मार्ग की बहुत खराब स्थिति है, अजनाल नदी का पुल भी नहीं बना है। ऐसी स्थिति में इन गांव के किसानों की उपज पलासनेर, कडोला, नीमगांव या हरदा के किन्हीं वेयर हाउस पर खरीदी की जाए।
7 किसानों से प्रति वर्ष उपज के एस एम एस छोड़ने या सेम्पल पास करने के नाम पर पैसो की लूट होती है, ऐसे कर्मचारी या अधिकारियो को खरीदी से दूर रखा जाए।
8 जिला सहकारी बैंक के अधिकारी कर्मचारी जो पुराने मामलो मे भ्रष्टाचार मे लिप्त हो उन्हें खरीदी से दूर रखा जाए क्योंकि इन अधिकारियो की मिली भगत से आज भी चौकड़ी सोसायटी के किसानों का भुगतान नहीं हुआ है।
इन अधिकारियो द्वारा 5200 क्विंटल चने का घोटाला किया गया था। उसमे अधिकारी तो बच गए किसानों को मुल्जिम बनाया गया। इसकी पुनरावृति ना हो इसलिए सम्बन्धित अधिकारी कर्मचारी को खरीदी से दूर रखा जाए।
किसानों को नहरों मे पानी, बिजली सप्लाई, एवं चने की फसल का सर्वें कराने की मांग
क्या लिखा है पत्र में,,
प्रति
श्रीमान कलेक्टर महोदय
हरदा जिला-हरदा म.प्र.
विषय:- किसानों को नहरों मे पानी, बिजली सप्लाई, एवं चने की फसल का सर्वें कराने बाबत।
महोदय जी,
उपरोक्त विषयान्तगर्त लेख है की हरदा जिले में किसानों की चने की फसल बार-बार मौसम खराब होने की वजह से पूरी तरह खराब हो गई है, चने में फूल नहीं है, अधिकांश खेतों मंे चने की फसल में उमाला रोग की वजह से सूख गई है, कई किसानों ने खेत बखर दिए है, ऐसे किसानों को तत्काल सर्वे कराकर मुआवजा दिया जाए जिले में टेल क्षेत्र में किसानों को नहरों का पानी नहीं मिल रहा है, किसानों को तत्काल पानी उपलब्ध कराया जाए एवं सोनतलाई सब स्टेशन सभी गांवो के किसानों को बिजली की भारी परेशानी हो रही कुछ लोगो के द्वारा कर्मचारी से मार पिट की गई थी, इसलिए कोई कर्मचारी वहाँ ड्यूटी नहीं कर रहे है। ऐसी स्थिति में किसानों की फसल के उत्पादन में कमी आएगी बिजली विभाग के द्वारा हंडिया थाने में शिकायत करने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। उन लोगों पर तत्काल कार्यवाही करके किसानों को पर्याप्त बिजली दी जाए अन्यथा किसान कांग्रेस किसानों के हित मे धरना आंदोलन करने को बाध्य रहेगी, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन की रहेगीभवदीय
मोहन विश्नोई