मकड़ाई एक्सप्रेस 24 उज्जैन। मप्र की धर्मनगरी अपराध करने में भी लोग नही हिचक रहे है। सोमवार को 15 वर्षीय किशोरी के साथ हुए दुष्कर्म के मामले का गुरुवार शाम को पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। 72 घंटे की पड़ताल और अनेक सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद पुलिस के 28 सदस्यीय विशेष जांच दल ;एसआइटी ने मामले के आरोपी को गिरफ्तार किया। पुलिस द्वारा पूछताछ में उसने दुष्कर्म करना स्वीकार किया । आरोपित ने किशोरी को अकेली देखकर सुनसान जगह ले जाकर दुष्कर्म किया था।
पुलिस को घटना की सूचना मिली
मामले की जानकारी देते हुए एसपी सचिन शर्मा ने बताया कि सोमवार सुबह 10.15 बजे महाकाल थाने को सूचना मिली थी कि बड़नगर रोड पर मुरलीपुरा से आगे दांडी आश्रम के समीप एक बालिका लावारिस और घायल हालत में मिली है। मौके पर पहुंचने पर पता लगा कि उसके कपड़े खून से सने हैं। घबराई बदहवास हालत में थी वह कुछ भी बताने की स्थिति में नही थी। इलाज के लिए पहले उसे चरक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां पांच डाक्टरों ने उसका उपचार किया था। जांच में सामने आया कि किशोरी के साथ दुष्कर्म किया गया है। उसे अंदरूनी चोट थी। हालात गंभीर होने पर उसे इंदौर रैफर किया गया। इलाज के बाद उसके स्थिति में कुछ सुधार हुआ।
एसपी ने दिए जांच के आदेश
अपराध की पुष्टि होने के बाद एसपी शर्मा ने एसआईटी टीम गठित कर उन्हे जांच सौंपी। एसआइटी ने किशोरी जहां.जहां गईए वहां के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। एक हजार से अधिक फुटेज देखे गए।
72 घंटे में एक हजार सीसीटीवी के फुटेज खंगाले तब मिला आरोपी जांच के दौरान पुलिस को यह पता लगा कि पीड़िता छह आटो चालकों के संपर्क में आई थी। इस आधार पर सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। साथ ही 100 से अधिक लोगों से पुलिस ने जानकारी ली। इसी दौरान पुलिस को पता चला कि नानाखेड़ा क्षेत्र में रहने वाला आटो चालक भरत सोनी जिसके आटो पर अर्जुन लिखा था पीड़िता को अपने साथ कहीं ले गया था। इस पर पुलिस ने गुरुवार को भरत को हिरासत में लिया। कड़ी पूछताछ के दौरान उसने वारदात करना स्वीकार कर लिया। उस पर मारपीट और लापरवाही से वाहन चलाने के दो केस पूर्व में दर्ज हैं।
आरोपित ने बताई यह बात
पूछताछ में आरोपित भरत ने बताया कि वह किशोरी को आटो में बैठाकर जीवनखेड़ी स्थित सुनसान स्थान पर ले गया था। वहां दुष्कर्म किया। पुलिस उसे लेकर वारदात स्थल पर निरीक्षण के लिए पहुंची। यहां आरोपित भरत पुलिसकर्मियों को धक्का देकर भागने लगा। इस दौरान उसने पुलिस बल पर पत्थर भी फेंके। भागने के दौरान वह गड्ढे में गिरकर घायल हो गया। पथराव में दो पुलिसकर्मियों को भी चोट लगी है। फिलहाल आरोपित को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पीड़िता के कपड़े और आटो जब्त किए गए हैं।
मानसिक रूप से कमजोर है दुष्कर्म का शिकार हुई नाबालिग
दुष्कर्म का शिकार हुई नाबालिग सतना के जैतवारा थाना क्षेत्र की रहने वाली है। वह 24 सितंबर ;रविवार को घर से स्कूल किसी परीक्षा के लिए जाने का कहकर निकली थी लेकिन घर नहीं लौटी। वह आठवीं की छात्रा है। ग्रामीणों ने बताया कि नाबालिग मानसिक रूप से कमजोर है। जिन लड़कियों के साथ वह स्कूल गई थी वे परीक्षा देने लगीं और नाबालिग वहां से बस में बैठकर जैतवारा चली गई फिर उज्जैन पहुंच गई। वह लौटकर नहीं आई तो उसके दादा ने 25 सितंबर को इसकी जानकारी जैतवारा थाना पुलिस को दी और गुमशुदगी दर्ज कराई।
बच्ची बोली. मेरा मुंह दबा दिया
एफआइआर में बच्ची ने काउंसलर की मदद से अपने बयान में बताया कि रविवार रात को बड़नगर रोड पर एक अज्ञात व्यक्ति आया और मेरा मुंह और गला दबा दिया। इसके बाद मेरे साथ गलत काम किया। मेरे प्राइवेट पार्ट से खून निकलने लगा तो मैं चिल्लाई। इसके बाद फिर मेरा मुंह दबा दिया। इसके बाद भाग गया।
हालत में पहले से सुधार
इंदौर के एमवाय अस्पताल प्रशासन ने बताया कि किशोरी को गंभीर हालत में 26 सितंबर को रैफर किया था और एमटीएच अस्पताल मे भर्ती किया गया। आपरेशन के दो दिन बाद उसकी हालत में पहले से सुधार हुआ