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नहर विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण : 2200 क्यूसेक पानी के बजाय मात्र 1750 क्यूसेक पानी उपलब्ध कराया जा रहा जिसके कारण किसान परेशान और आए दिन हो रहे विवाद: हेमंत टाले है।

हरदा – हरदा जिले में नहर के पानी की अपर्याप्त आपूर्ति के कारण किसानों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिले को निर्धारित 2200 क्यूसेक पानी के बजाय मात्र 1750 क्यूसेक पानी ही उपलब्ध कराया जा रहा है। इस कमी के चलते अभी तक पलेवा (पहली सिंचाई) भी संभव नहीं हो सका है, जिससे किसानों में आपसी विवाद की स्थिति उत्पन्न हो रही है। तवा डेम में पर्याप्त पानी उपलब्ध होने के बावजूद सिंचाई विभाग का यह रवैया समझ से परे है। कही न कही नहर विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा किसान को भुगताना पड़ रहा है।

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इसी संदर्भ में दिनांक 08 अप्रैल 2025 को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हेमंत टाले और केदार सिरोही ने किसानों के साथ मिलकर सिंचाई विभाग के अधिकारियों से चर्चा करने का प्रयास किया। लेकिन विभाग में कोई जिम्मेदार अधिकारी मौजूद नहीं मिला। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए कांग्रेस नेताओं ने उच्च अधिकारियों को ईमेल के माध्यम से इस समस्या से अवगत कराया और तत्काल निराकरण की मांग की है।
किसानों का कहना है कि पानी की कमी से उनकी फसलों को नुकसान हो रहा है और उनकी आजीविका संकट में है। कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो वे किसानों के हित में आगे कदम उठाने से पीछे नहीं हटेंगे।