ब्रेकिंग
कोटा: शादी के स्टेज पर लगी भीषण आग, दुल्हा- दुल्हन ने भागकर बचाई जान रतलाम में भारी बारिश: सड़को भराया पानी , आंधी से उखड़े पेड़, बिजली गिरने से दो बच्चों की मौत आखिर क्यों झुंझलाए हरदा एसपी महोदय? एसपी और व्यापारी संघ अध्यक्ष के ऑडियो से उठे सवाल ! चोरी की नीयत... मध्यप्रदेश गुजरात सीमा से लगे हरीनगर एवं काकनवानी में अति ज्वलनशील पदार्थ पेट्रोल बेचने वालों पर दल ... Aaj ka rashifal: आज दिनांक 20 मई 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है। आपके भाग्य के सितारे हरदा: खनिज के अवैध परिवहन में शामिल 4 डम्पर जप्त किये, डंफर मालिक निकले ठेकेदार मंदिर में तोड़फोड़ करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया, प्रेस नोट में बताया चोरी के उद्देश्य से घुसे... मंत्री विजय शाह की गिरफ्तारी पर सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल लगाई रोक: इस पूरे मामले की जांच SIT कराने के... हरदा: कलेक्टर श्री जैन ने हृदय अभियान की समीक्षा की बड़ी खबर हरदा से तेंदूपत्ता तोड़ने गई आदिवासी महिला पर सूअर ने किया हमला , महिला गंभीर घायल

CBI में घमासान: अपनी ही एजेंसी के खिलाफ कोर्ट पहुंचे देवेंद्र कुमार

केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के शीर्ष अधिकारियों के बीच घमासान जारी है। सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना से जुड़े रिश्वतखोरी के आरोपों के सिलसिले में गिरफ्तार पुलिस उपाधीक्षक देवेंद्र कुमार ने दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। देवेंद्र की याचिका पर दोपहर 2 बजे सुनवाई हो सकती है।
देवेंद्र कुमार मीट कारोबारी मोईन कुरैशी के खिलाफ चल रहे मामले में जांच अधिकारी थे। उन्‍हें सतीश साना के बयान दर्ज करने में जालसाजी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। रविवार को सीबीआई ने अपने कार्यालय तथा आवास पर ही छापे मारे थे। छापेमारी में देवेंद्र कुमार के दफ्तर से करीब 8 मोबाइल बरामद किए गए थे।

- Install Android App -

बता दें कि सीबीआई ने मांस निर्यातक मोईन कुरैशी मामले में रिश्वत के आरोपों में अस्थाना, कुमार तथा कुछ अन्य लोगों के खिलाफ हाल ही में प्राथमिकी दर्ज की है। आरोप है कि इन्होंने मामले को कमजोर करने के लिये रिश्वत ली थी। कुमार इस मामले में पहले जांच अधिकारी रह चुके हैं।

सीबीआई सूत्रों ने बताया कि कुमार को मोईन कुरैशी मामले में एक गवाह सतीश साना के बयान में फर्जीवाड़ा करने के आरोप में गिरफ़तार किया गया है। उनके अनुसार यह बताया गया कि सतीश साना का बयान गत 26 सितंबर को अस्थाना के नेतृत्व में एक जांच दल ने दिल्ली में दर्ज किया था लेकिन एजेंसी की जांच में सामने आया है कि इस दिन सतीश साना हैदराबाद में था। वास्तव में वह एक अक्टूबर को दिल्ली में जांच प्रक्रिया में शामिल हुआ था।