Big News Sivni Malwa MP : जनपद पंचायत के एकाउंटेट ने की 1 करोड़ की हेराफेरी, FIR दर्ज, सरकारी योजना के पैसे रिश्तेदार के खाते में डाले
इतना बड़ा भ्रष्टाचार के बाद भी जनपद सीईओ पर कोई कार्रवाई नहीं चर्चा का विषय बना
केके यदुवंशी
सिवनी मालवा : जनपद पंचायत में एक करोड़ के लगभग की हेरा फेरी हो गई और जनपद सीईओ को भनक भी नहीं लगी ऐसा तो हो नहीं सकता क्योंकि अकाउंट बिना सीईओ के साइन के इतनी बड़ी रकम कैसे निकालेगा यह चर्चा का विषय है जनपद पंचायत के सीईओ से पत्रकारों ने कई बार इस विषय पर चर्चा करनी चाही तो उनका टालमटोल जवाब रहा जनपद पंचायत के सहायक लेखा अधिकारी (असिस्टेंट अकाउंटेंट ऑफिसर) ने 1.09 करोड़ रुपए की हेराफेरी की।
अकाउंटेंट ने स्वयं के, पत्नी और रिश्तेदारों के खाते में सरकारी राशि डालकर उसका दुरुपयोग किया। इतनी बड़ी राशि का गबन अकाउंटेंट ने एक साथ नहीं, पांच साल में धीरे-धीरे करके किया। यह रुपए सरकारी योजनाएं के है। अकाउंटेंट की उस समय धोखाधड़ी पकड़ाई, जब एक शिकायतकर्ता ने जनपद पंचायत सीईओ की रुपय से संबंधी शिकायत की। गबन उजागर होने के बाद सहायक लेखा अधिकारी को अप्रैल में ही जनपद से हटा दिया गया था। जांच में दोषी पाएं जाने के बाद अकाउंटेड को धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया गया।
थाना प्रभारी गौरव सिंह बुंदेला ने बताया आरोपी राकेश उपाध्याय जनपद पंचायत सिवनी मालवा में सहायक लेखा अधिकारी के पद पर पदस्थ है। आरोपी राकेश ने पद पर रहने के दौरान सरकारी राशि का गबन कर अपने रिश्तेदारों के खाते में डलवाई है। मामला उजागर होने पर जिला पंचायत द्वारा इसकी जांच की गई। आरोपी ने कई बार सीओ के साइन करा कर अपने रिश्तेदार के खाते में डाले हैं जिसमें सहायक लेखा अधिकारी राकेश उपाध्याय दोषी पाया गया। जिला पंचायत के लेखा अधिकारी की शिकायत पर आरोपी राकेश के खिलाफ 420 और 406 के तहत धोखाधड़ी व गबन का केस दर्ज किया।
जिला पंचायत सीईओ एसएस रावत ने बताया जनपद पंचायत में पदस्थ सहायक लेखा अधिकारी राकेश उपाध्याय ने सरकारी राशि , रिश्तेदार और खुद के खाते में डलवाई। करीब एक करोड 1 लाख रुपए का गबन किया गया। उजागर होने पर जांच में सहायक लेखा अधिकारी ने राशि निकालना स्वीकार किया। पूरे मामले में जनपद सीईओ से बात करनी चाही तो उन्होंने मोबाइल नहीं उठाया। चर्चा का विषय बना कि इतनी बड़ी राशि बिना सीईओ के जानकारी कैसे निकल गई।