ला पाज। बोलिविया के एक टीवी चैनल ने कोरोना मरीज की जिंदगी के आखिरी क्षणों का लाइव टेलिकास्ट कर दिया। इस दौरान देखा जा सकता था कि डॉक्टर्स उस मरीज को बचाने के लिए भरसक कोशिश कर रहे थे, लेकिन उसे बचा नहीं सके। समाचार चैनल ने कहा कि “नो लाइज” कार्यक्रम ने अस्पताल में कोरोना मरीज की मौत का प्रसारण करने का फैसला किया, ताकि वे अधिकारियों को झटका दे सकें, जो स्वास्थ्य सेवाओं को नजरअंदाज कर चुके हैं। बताते चलें कि संता क्रूज के उत्तरी शहर के एक अस्पताल में यह वीडियो बनाया गया था।
हालांकि, खबर के प्रसारित होने के बाद लोगों में रोष फैल गया। यह कार्यक्रम सांताक्रूज स्थित PAT चैनल पर रात भर प्रसारित होता है, इस क्षेत्र में बोलीविया के लगभग 21,000 मामलों में 60 प्रतिशत मामले सामने आए हैं और 679 लोगों की मौतों में से करीब आधी यहीं हुई है।
कार्यक्रम में 30 मिनट की अवधि के दौरान रोगी को मरते हुए दिखाया गया है, जबकि इस दौरान डॉक्टर उसे बचाने की भरसक कोशिश कर रहे थे। देश के लोकपाल नादिया क्रूज ने प्रसारण को “सनसनीखेज” बताते हुए कहा कि बार-बार और रुग्णतापूर्वक प्रदर्शित करते हुएकार्डियोपल्मोनरी उपचार एक व्यक्ति पर किया गया, जिसे दुर्भाग्य से बचाया नहीं जा सका। क्रूज ने कहा कि राष्ट्रीय कानूनी व्यवस्था के साथ टकराव करता है और यह एक तरह का सामूहिक भय पैदा कर सकता है।
उसका कार्यालय एक स्वतंत्र निकाय है, जिसे सरकारी या सार्वजनिक संगठनों के खिलाफ शिकायतों की जांच के लिए नियुक्त किया जाता है। प्रसारण की सामाजिक नेटवर्क पर व्यापक आलोचना हुई, जिसमें प्रमुख पत्रकार भी शामिल थे। अखबार एल डेबेर डे सांताक्रूज के पत्रकार मारिया ट्रिगो ने एक ट्विटर संदेश में कहा, “मृतकों के परिवार का सम्मान ही नहीं किया गया है। हमने सहानुभूति के साथ ही इस वायरस के साथ बहुत सारी चीजें खो दीं हैं।”
कोचांबा दैनिक लॉस टिएम्पोस के साथ एक पत्रकार, फाबियोला चंबी ने कहा कि मौत को प्रसारित करने से पता चलता है कि “सम्मान और मानवीयता की कितनी कमी है।” सरकार ने विवाद पर टिप्पणी नहीं की है।