दिल्ली : संसद मे नेताओं की बहस होती ही मगर अब सभापति से बहस हो बात गम्भीर है।मंगलवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर सदन में चर्चा के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने सरकार पर जनता को लूटने और अपने मित्रों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया। इस पर धनखड़ ने कहा कि वह जो भी कह रहे हैं उसका कोई प्रमाण है। वह कोई जवाब देते इससे पहले जयराम रमेश ने खड़े होकर सभापति को इसके लिए टोका।
इस पर सभापति ने व्यंगात्मक लहजे में कहा कि मुझे लगता है कि जयराम ज्यादा बुद्धिमान और ऊर्जावान है। उनका शीर्ष नेतृत्व यहां मौजूद हैं, ऐसे में उन्हें खरगे जी की जगह ले लेनी चाहिए।इतना सुनकर कांग्रेस अध्यक्ष खरगे अपनी सीट से उठे और कहा कि आप मुझे कहना चाह रहे हैं। मैं कमजोर हूं, थका हुआ हूं। किसी को नीचा दिखाने के लिए ऐसी टिप्पणी ठीक नहीं है।
तीखे तेवर के बीच सदन –
इसके बाद रुके नही और बोलते गये। खरगे और कहा कि मैं जहां हूं, वह न तो मुझे जयराम रमेश बना सकते हैं और न ही आप। मुझे बनाने वाली यहां बैठी हैं, वह सोनिया गांधी हैं। सोनिया गांधी बगल वाली सीट पर ही बैठी थीं। इस पर सभापति ने कहा कि मैं आपका इतना आदर करता हूं, लेकिन आप उसका एक प्रतिशत भी नहीं करते। मैंने कई मौकों पर आपकी प्रतिष्ठा को बचाने का काम किया है।