नीट एग्जाम में फर्जीवाड़े का हुआ खुलासा 5 को किया गिरफ्तार,NEET में डमी कैंडिडेट के बदले वसूलते मोटी रकम !
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 जयपुर:: राजस्थान की राजधानी जयपुर में राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी द्वारा आयोजित नीट-यूजी और पैरा मेडिकल परीक्षा 2025 में फर्जीवाड़े की साजिश को नाकाम कर दिया।
पुलिस गिरोह का किया पर्दाफाश।
पुलिस ने बताया कि इस गैंग ने पैसे लेकर अभ्यर्थियों की जगह अपने सॉल्वर बिठाते है।जयपुर पश्चिम पुलिस ने इस पूरे रैकेट का पर्दाफाश करते हुए 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनसे पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।आरोपियों से 3 ब्लूटूथ डिवाइस, 2 ईयरबड, 4 मोबाइल फोन और 1 स्कॉर्पियो गाड़ी के साथ 50 हजार रुपए की नकदी भी बरामद हुई।इसके अलावा परीक्षा संबंधी फर्जी दस्तावेज और फर्जी आईडी भी मिली हैं।
पुलिस ने दबिश देकर 5 को पकड़ा
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान अजीत कुमार बराला (26), सोहन लाल चौधरी (26), नरेंद्र शर्मा (24), संजय चौधरी (19) और रोहित गोरा (20) के तौर पर हुई है। डीसीपी अमित कुमार ने बताया कि एटीएस एसओजी के इनपुट पर विशेष टीम गठित कर सतत निगरानी रखी जा रही थी। सूत्रो के मुताबिक कुछ संदिग्ध युवक परीक्षा में फर्जी आईडी और उपकरणों से सॉल्विंग कराने जा रहे हैं। टीम ने जगतपुरा के एक फ्लैट में दबिश दी और आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
कैसा करते है ये लोग काम
इस गिरोह ने परीक्षा से फर्जी पहचान पत्र बनाया।अभ्यर्र्थीयो की जगह साल्वर को बिठाया जाता है। उसके बाद ब्लूटूथ डिवाइस और ईयरबड के जरिए बाहर से पेपर हल कर सॉल्वर को उत्तर भेजे गए।इसके बदले में मोटी रकम तय की गई थी।इस गिरोह की निगरानी दिल्ली और अन्य राज्यों से भी की जा रही थी।प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि गिरोह अन्य राज्यों में भी नीट, PPNET समेत कई प्रतियोगी परीक्षाओं में भी फर्जीवाड़े की कोशिश कर चुका है। इनके खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के साथ-साथ “परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम- 2024” और “आईटी एक्ट” के तहत केस दर्ज किया गया है।पुलिस टीम में सुरेंद्र सिंह, विशंभर कुमार, सुनील कुमार, नित्यानंद मीणा सहित कुल 18 पुलिसकर्मी शामिल थे।