ब्रेकिंग
जिसका कोई नहीं होता उसका भगवान होता है - सुश्री भारती किशोरी जी हरदा : जिला स्तरीय गणित,विज्ञान,पर्यावरण एवं सामाजिक विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन उत्कृष्ट विद्यालय हर... कलेक्टर के फर्जी हस्ताक्षर, सील से जमीन खरीदने बेंचने वाले खुले घूम रहे !पुलिस नही कर रही गिरफ्तार हंडिया :भारतीय जनता पार्टी के पांच मंडल और 40 बूथ अध्यक्षों का किया स्वागत।  खिरकिया: ग्रामीणों ने की सरपंच से अतिक्रमण हटाने की मांग। हरदा: कार्यालय में आने वाले नागरिकों से अच्छा व्यवहार करें और उनके कार्य समय पर करें -संभागायुक्त श्... झांसी मे थानेदार ने फरियादी को 41 मिनिट मे जड़े 31 थप्पड़ !  वीडियो वायरल हुआ जिला पुलिस अधीक्षक ने ... पुलिस चौकी पर ब्लास्ट करने वाले 3 आतंकी ऐनकाउंटर में ढेर,गुरुदास पुर मे 2 पुलिस चौकी पर किया था ब्ला... 25 दिसंबर से ठंड और बारिश का दौर शुरू, जानिए मध्य प्रदेश में कैसा रहेगा असर Weather Forecast Lado Laxmi Yojana Haryana: महिलाओं के लिए हरियाणा सरकार का बड़ा तोहफा, हर महीने ₹2100 

Harda : होर्डिंग कारोबारी ने 45 लाख बकाया राशि वसूली के लिए म.प्र. मुख्यमंत्री से की कॄषिमंत्री की शिकायत !

भोपाल/हरदा : दिल्ली के होर्डिंग कारोबारी अजय जैन ने मप्र के कॄषिमंत्री कमल पटेल से बकाया राशि वसूलने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है।  इसमे मंडी में होर्डिंग लगाने के 20 करोड़ के काम दिलाने के  एवज 2 करोड़  में  बात तय हुई।  2 साल में भी काम न मिलने पर कारोबारी ने अपने रुपये वापस मांगे।  टालमटोली होने पर अजय जैन ने अपने भोपाल स्थित निवासी पत्रकार मित्र रविन्द्र जैन  को मामला बताया। उन्होंने मंत्री पटेल से  धीरे धीरे राशि वापस करवाई।  अब भी  करीब 45 लाख का हिसाब होना है । ये राशि न मिलने पर कारोबारी ने मुख्यमंत्री मप्र को पत्र लिख कर पीड़ा जताई।

अब कारोबारी ने मुख्यमंत्री को पत्र कब लिखा, कैसे भेजा, मीडिया में वायरल कायसे हुआ इसकी कोई जानकारी नहीं है।
पत्र में अजय जैन  के नम्बर पर उनका पक्ष जानने के लिए मोब करने पर उन्होंने कॉल रिसीव न की। इधर अजय जैन के इस पत्र की सत्यता के सम्बंध में कॄषिमंत्री के मोबाइल नम्बर पर शाम 4 बजकर 6 मिनिट पर कॉल करने पर कॉल स्वीकार न हुई।

मकड़ाई एक्सप्रेस इस पत्र की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। चूंकि यह पत्र वायरल है। इस पर कांग्रेस प्रवक्ता के.के मिश्रा ने ट्वीट किया है। अतः इस  पत्र की निष्पक्ष जांच होना चाहिए।

◆ क्या है होर्डिंग कारोबारी का मुख्यमंत्री के नाम पत्र-

श्रीमान शिवराज सिंह चौहान

मुख्यमंत्री महोदय

भोपाल

विषय : आपके मंत्री द्वारा कमिशन लिए जाने के बावजूद काम नहीं दिए जाने की शिकायत बाबत।

महोदय,

निवेदन है कि मै मूलतः गाजियाबाद का रहने वाला हूं और दिल्ली में प्रचार प्रसार की फर्म का संचालन करता हूँ। करीब दो साल पहले मेरा संपर्क कृषि मंत्री कमल पटेल के बंगले पर उनके सहायक राजेश पटेल से हुआ था। उनके बंगले पर मै मंडी बोर्ड से करीब 20 करोड़ रूपए की लागत से प्रदेश की मंडियों में होने वाले प्रचार प्रसार के काम के सिलसिले में गया। प्रदेश की मंडियों में सरकारी होर्डिंग लगने थे। राजेश के जरिए मेरा संपर्क वकील आयुष वाजपेयी से हुआ। मुझसे इस काम को देने के बदले दो करोड़ की राशि बतौर एडवांस मांगी गई। यह राशि मैंने आयुष वाजपेयी को उनके घर ले जाकर दी। इस राशि को देने के बाद मेरी मुलाकात दो से तीन बार कृषि मंत्री कमल पटेल से कराई गई। उन्होंने भी मुझे आश्वस्त किया कि जल्द मुझे कार्य आदेश दे दिया जाएगा लेकिन जब दो साल तक आदेश नहीं दिया गया तो मैने एडवांस राशि वापस माँगना शुरू कर दी। लेकिन यह लोग हर बार किसी न किसी बताकर टाल देते थे। विभाग में पदस्थ एक आईएएस अधिकारी ने भी मुझे बताया कि इनसे राशि वापस ले लो यह लोग रुपये लेकर भी काम नहीं करते हैं।

तब मैंने यह बात अपने परिचित भोपाल के वरिष्ठ पत्रकार रवीन्द्र जैन जी को बताई। जैन साहब बहुत अच्छे व्यक्ति है। वे अगले दिन कमल पटेल के बंगले पर गए और मेरी परेशानी उन्हें बताई। जिसके • अगले दिन मुझे 50 लाख रुपये मंत्री के बंगले से ले आने के लिए मोबाइल आया। मैंने संतोष ब्रह्मभट्ट नामक बंगले के कर्मचारी से पचास लाख रुपये ले लिए। इसके बाद थोड़े थोड़े करके एक करोड़ 55 लाख वापस कर दिए। अब 45 लाख रुपये वापस करने में फिर आनाकानी कर रहे हैं। कृपया करके मुझे शेष राशि वापस दिलाने का कष्ट करें। अन्यथा मैं कोई गलत कदम उठाने को मजबूर हो जाऊंगा जिसके जिम्मेदार कृषि मंत्री कमल पटेल और उनके सहयोगी होंगे। मेरे पास उनके सहयोगियों के साथ मोबाइल पर हुई बात और कॉल की रिकॉर्डिंग सबूत के तौर पर मौजूद है।

अजय जैन
दिल्ली

संपर्क : 9424331949

- Install Android App -

 क्या है केके मिश्रा ने किया ट्वीट –

श्री अजय जैन जिन्हें मैं भी जानता हूं, उनके द्वारा @CMMadhyaPradesh जी के नाम संबोधित पत्र एक गंभीर मामला है……

यह पत्र प्रामाणिक भ्रष्टाचार का ज्वलंत उदाहरण है !!

कल गुरुवार को ही मप्र के बीना में @narendramodi जी ने सुशासन को लेकर पारदर्शिता और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की बात कही थी,यह पत्र क्या PM की ही भावनाओं का सम्मान है.…..?

जांच हो….