Harda/रहटगांव : खमगाँव से कासरनी के बीच शनिवार को एक आदमी को अचानक मिर्गी आई और सड़क पर गिर गया और सड़क निर्माण के कारण सड़क पड़ी गिट्टी पर मुँह और सिर टकराने से अधिक खून बह गया था। और व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया और काफ़ी खून बह गया।पूरा शरीर ठंडा हो गया था, जिसका एक अधिकारी ने घटनास्थल पर ही सूक्ष्म ज्ञान और मालिश से जान बचाई।
जानकारी के मुताबिक आयकर अधिकारी शेरसिंह गिन्नारे द्वारा घायल युवक जिसे मिर्गी आ गई थी।उसका वही इलाज किया गया। अधिकारी गिन्नारे के बताये अनुसार व्यक्ति को चेहरे और आँख पर गहरी चोट आने से दांत टूट गए एवं होंठ कट जाने के कारण अधिक रक्तस्राव हो गया था। जिससे जान जाने का ख़तरा हो सकता था। ऐसी स्थिति घटना स्थल पर ज़रूरी प्राथमिक उपचार अति आवश्यक था।
इसलिए पहले खून बहना बंद करके व्यक्ति के हाथ और पैर के पंजों की मालिश करके होश में लेन की कामयाब कोशिश की गयी।जानकारी के अनुसार शेरसिंह गिन्नारे पहले भी दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने वाले कई व्यक्तियों और जीवों को त्वरित मदद कर जान बचा चुके हैं।
जानकारी के मुताबिक मिर्गी एक क्रोनिक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है जिसमें मस्तिष्क असामान्य रूप से कार्य करता है और बार-बार दौरे का कारण बनता है। दौरे मस्तिष्क की समस्याओं के लक्षण हैं जो अचानक हो सकते हैं और मस्तिष्क में असामान्य विद्युत गतिविधि, बेहोशी, और लंबे समय तक आक्षेप (शरीर अनियंत्रित रूप से हिलना) का कारण बन सकते हैं। यह सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित कर सकता है, चाहे उनका लिंग, नस्ल आदि कुछ भी हो। ज्यादातर मामलों में, इसे दवा से ठीक किया जा सकता है। हालांकि, मिर्गी वाले लोगों के दौरे को नियंत्रित करने के लिए कुछ मामलों में सर्जरी की आवश्यकता हो सकती हैं।
मिर्गी एक पुरानी बीमारी है, जिसकी पहचान बार-बार होने वाले, अकारण दौरे हैं। शब्द “मिर्गी” व्यक्ति के दौरे या उनकी गंभीरता के कारण के बारे में कुछ नहीं दर्शाता है। बहुत से लोगों को एक से अधिक प्रकार के दौरे पड़ते हैं और उनमें न्यूरोलॉजिकल समस्याओं के अन्य लक्षण भी हो सकते हैं।
प्रकार के आधार पर लक्षण भिन्न हो सकते हैं।
अधिकतर, इससे पीड़ित व्यक्ति को हर बार एक ही दौरे का विकास होगा, जिससे समान लक्षण दिखाई देंगे।
अस्थायी भ्रम या चेतना का नुकसान।
हाथों और पैरों की अनियंत्रित मरोड़ते हरकतें।
चेतना या जागरूकता का नुकसान।
व्यक्ति भयभीत, आतंकित और क्रोधित हो सकता है।
बार-बार दौरे पड़ना।
एक जब्ती पांच मिनट से अधिक समय तक चलती है।
दौरा रुकने के बाद सांस लेने या होश में आने में अधिक समय लगता है।