हरदा : आज महाड़ संस्था के हरदा कार्यालय मे जिले में सक्रीय संस्थाओं की महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में हरदा फटाका फैक्ट्री हादसे पर विस्तार से चर्चा हुई। चर्चा में महाड़ और मजदूर सहायता केंद्र ( पलायन स्रोत केंद्र) के संचालक सुन्दर सिंह ने बैठक में अपनी बात रखते हुए कहा कि, इस हादसे के समय पीड़ित मजदूरों औेर पीड़ित परिवारों को तत्काल राहत मिलने के लिए स्थानीय समाजसेवी संगठनों, व्यक्तियों, व्यापारीयों सब ने बहुत मदत की। प्रदेश की सरकार, जिला प्रशासन भी पीड़ितों को राहत मिलने अपने स्तर पर हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
बैठक में संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने अपनी बात रखते हुए कहा कि, जिले में काम करने वाले जिम्मेदार एनजीओ होने के नाते हमारी अपनी भूमिका भी है जिसे हमे निभाना है। क्योंकि पीड़ित परिवारों की संख्या, नुकसान और उनकी आवश्यकता का का सही आकलन होना जरूरी है इसलिए सबसे पहले पीड़ित परिवारों का अपने स्तर पर भी संस्थाएं सर्वेक्षण करेगी।
लम्बे समय तक सहायता मिलने की जरूरत है इसलिए जनभागीदारी के साथ” हरदा फटाका फैक्टरी अग्निकांड पीड़ित परिवार राहत कोष ” के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। हमारे जिले में कितनी फैक्ट्रियां, उनकी जगह कहा हो, मजदूरों का अनिवार्य पंजीयन, मजदूरों को क्या क्या सुविधाएं, सुरक्षा उपकरण दिए जाते हैं, क्या उनको शासन की सभी बीमा योजनाओं से जोड़ा गया है या नही इस मुद्दे पर भी बैठक में व्यापक चर्चा हुई।
इस हेतू जल्द ही प्रशासन के साथ मिलकर विस्तृत बैठक करने का प्रस्ताव संस्थाओं के प्रतिनिधियों द्वारा रखा गया । बैठक में महाड़ सामाजिक न्याय एवं विकास संस्था के सुन्दर सिंह खडसे, एडवोकेट ज्योति दमाडे, सिनर्जी संस्थान से रवि राजपुत, शैडो संस्था से मधुर भारद्वाज, समावेश संस्था से अशोक केवट, कला संवाद से अकरम भाई आदि संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।